टी-20 विश्व कप : बीसीसीआई ने कहा, खिलाड़ियों की सुरक्षा प्राथमिकता

फोटो: आईएएनएस

The Hindi Post

नई दिल्ली | आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने शुक्रवार को टी-20 विश्व कप के लिए राहत देते हुए कहा था कि जिन स्टेडियमों में 40,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है वह अगले महीने से 10,000 तक की तादाद में स्टेडियमों में दर्शकों को बैठा सकते हैं। लेकिन बीसीसीआई इसे लेकर ज्यादा दूर की नहीं सोच रही है और उसका कहना है कि भारतीय टीम विश्व कप में हिस्सा लेगी या नहीं, इसका फैसला भारतीय सरकार पर निर्भर होगा।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि भारतीय टीम टी-20 विश्व कप में हिस्सा लेना चाहती है, लेकिन इसको लेकर अंतिम फैसला सरकार और स्वास्थ अधिकारियों को लेना है, क्योंकि खिलाड़ियों की सुरक्षा प्राथमिकता है।

अधिकारी ने कहा, “यह आस्ट्रेलियाई सरकार का साहसिक कदम है और मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि उन्होंने यह कदम आस्ट्रेलिया में खेल की स्थिति को परखने के बाद ही लिया होगा। हम आस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप में हिस्सा लेने पर काफी खुश होंगे, लेकिन कई और चीजों पर ध्यान देना होगा और ये सभी स्वास्थ संबंधी हैं। जिन बातों को ध्यान में रखकर फैसला लिया जाना है वो बीसीसीआई के हाथों में नहीं हैं।”

उन्होंने कहा, “हमें भारत सरकार और स्वास्थ अधिकारियों के निर्देशों को देखकर फैसला लेना होगा। हमारे लिए हमारे खिलाड़ियों और प्रशंसकों की सुरक्षा काफी अहम है। ऐसा नहीं है कि टीम को मुंबई से पुणे एक डिस्इंफेक्टेड बस में सफर करना है। वहां खेलकर वापस आना है और अपने-अपने घरों में सुरक्षित वातावरण में पहुंच जाना है।”

अधिकारी ने कहा कि प्रंशसकों की मौजूदगी एक जोखिम हो सकती है। उन्होंने कहा, “विश्व कप में स्टेडियम में प्रशंसकों का होना जोखिम होगा, खासकर कोविड-19 का लंबा और बिना लक्षण के मामलों को देखते हुए।”

वहीं, आईसीसी विश्व कप को लेकर रुको और इंतजार करो की नीति अपना रही है। उसने कहा है कि वह कार्यक्रम को लेकर अपनी रणनीति पर काम कर रही है। आस्ट्रेलिया में इसी साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच टी-20 विश्व कप खेला जाना है और कोविड-19 के चलते इस पर काले बादल मंडरा रहे हैं।

आईसीसी के एक अधिकारी ने आस्ट्रेलिया में कोविड-19 की स्थिति की चर्चा किए बिना कहा कि कार्यक्रम के मुताबिक संभावित प्लानिंग मेजबान देश की है

उन्होंने आईएएनएस से कहा, “हम अपनी संभावित नीति पर काम कर रहे हैं क्योंकि हमने पहले ही सही कार्यक्रम की नीति के बारे में बता दिया था।”

उनसे जब पूछा गया कि चूंकि कुछ खिलाड़ियों ने कहा था कि वह खाली स्टेडियमों में बिना दर्शकों के खेलने को लेकर सहज नहीं है तो ऐसे में क्या दर्शकों को स्टेडियम में मंजूरी देना प्लानिंग का हिस्सा है? इस पर अधिकारी ने कहा, कुछ और जोड़ने को है नहीं।

बीते कुछ आईसीसी बैठक में हिस्सा लेने वाले एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा कि देश में लोगों का प्रवेश इस बात पर भी काफी निर्भर करता है कि आस्ट्रेलिया कब तक अपनी यातायात संबंधी पाबंदियों को हटाता है।

उन्होंने कहा, “देखिए, प्रशंसकों को आने की मंजूरी देना बूस्ट हो सकता है लेकिन अगर कोई स्टेडियम में पॉजिटिव निकल गया तो यह जोखिम भी हो सकता है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि आस्ट्रेलिया ने अभी तक अपनी यातायात संबंधी पाबंदियां खत्म नहीं की हैं।”

उन्होंने कहा, “साथ ही आस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की सीरीज किस तरह से होती है, इस पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा और भविष्य की प्लानिंग के बारे में पता चलेगा। खाली स्टेडियम और भरे स्टेडियमों की बातों में मत पड़िए, क्योंकि यह उन चर्चाओं का हिस्सा रह चुके हैं, जिनमें बातें तय हुई हैं।”

–आईएएनएस


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