नई दिल्ली | रेसलर विनेश फोगट द्वारा रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रमुख – बृजभूषण शरण सिंह और कोचों के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाने के बाद, खेल मंत्रालय ने बुधवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) से अगले 72 घंटों के भीतर स्पष्टीकरण (जवाब) मांगा है.
एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगट, बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए रो पड़ी. वही ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित 30 से अधिक पहलवानों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया.
विनेश ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह ने उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी. साथ ही विनेश ने यह भी कहा कि उन्होंने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था. उन्होंने आरोप लगाया, “डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष (बृजभूषण शरण सिंह) और राष्ट्रीय शिविर के कुछ कोचों ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है.”
इस विरोध प्रदर्शन के कुछ ही घंटो बाद खेल मंत्रालय ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि अगर कुश्ती संघ अगले तीन दिनों के भीतर जवाब नहीं देता है, तो वह (खेल मंत्रालय) राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के अंतर्गत कुश्ती महासंघ के खिलाफ कार्रवाई करेगा.
कुश्ती संघ को भेजे पत्र में मंत्रालय ने कहा है कि चूंकि यह मामला एथलीटों की बेहतरी से जुड़ा है, इसलिए मंत्रालय ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है. मंत्रालय ने आगे कहा है कि अगर डब्ल्यूएफआई अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने में विफल रहता है, तो मंत्रालय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के अनुसार महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा. इस विरोध प्रदर्शन के बीच मंत्रालय ने महिला पहलवानों के लिए आगामी कुश्ती शिविर भी रद्द कर दिया है.
वही रेसलर्स कुश्ती संघ के प्रशासन में बदलाव की मांग कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय खेल प्राधिकरण से डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है.
66 वर्षीय बृजभूषण शरण सिंह करीब एक दशक से डब्ल्यूएफआई के प्रभारी हैं. उन्हें 2019 में तीन साल के कार्यकाल के लिए तीसरी बार डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया था.
वही, ब्रिज भूषण शरण सिंह ने यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “अगर मेरे खिलाफ आरोप साबित होते हैं तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा.”
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस