कतर ने पैगंबर मोहम्मद पर कमेंट के मामले में भारतीय राजदूत को किया तलब, भारत सरकार ने कहा ‘यह हमारे विचार नहीं’
दोहा | कतर के विदेश मंत्रालय ने पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा के कुछ नेताओं की टिप्पणियों की निंदा की है और भारतीय राजदूत दीपक मित्तल को इस संबंध में एक आधिकारिक नोट सौंपने के लिए तलब किया है। कतर के विदेश मंत्रालय से जारी एक बयान में कहा गया, “हम कतर सरकार की ओर से निराशा प्रकट करते हैं और भारत में सत्तारूढ़ दल के एक अधिकारी द्वारा पैगंबर मोहम्मद, इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ की गई विवादास्पद टिप्पणियों की पूर्ण अस्वीकृति और निंदा करते हैं।”
विदेश राज्यमंत्री सोल्टन बिन साद अल-मुरैखी ने यह नोट भारतीय दूत को सौंपा।
इसके मद्देनजर, दोहा में भारतीय दूतावास ने एक स्पष्टीकरण जारी किया कि यह टिप्पणियां भारत सरकार के विचार नहीं हैं।
कतर ने भारत में सत्तारूढ़ दल द्वारा अपने दो पदाधिकारियों को निलंबित करने की कार्रवाई का स्वागत किया है।
कतर भारत से सार्वजनिक माफी की उम्मीद कर रहा है। कतर सरकार ने कहा कि “इस तरह की इस्लामोफोबिक टिप्पणियों को जारी रखने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, यह मानवाधिकारों की रक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है और आगे बढ़ सकता है। यह हिंसा और नफरत का एक चक्र पैदा करेगा।”
कतर के नोट ने संकेत दिया कि दुनियाभर में दो अरब से अधिक मुसलमान पैगंबर के मार्गदर्शन का पालन करते हैं, जिनका संदेश शांति, समझ और सहिष्णुता का है और प्रकाश की एक किरण है, जिसका पालन दुनिया भर के मुसलमान करते हैं।
आईएएनएस
हिंदी पोस्ट अब टेलीग्राम (Telegram) और व्हाट्सप्प (WhatsApp) पर है, क्लिक करके ज्वाइन करे