“हर बात को छिपाने के लिए ये लोग न केवल मीडिया का सहारा ले रहे हैं बल्कि सुनने में आ रहा ….”, महाकुंभ में मची भगदड़ पर बोले अखिलेश यादव

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा जारी है. आज यानि मंगलवार को सदन में समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने इस चर्चा में हिस्सा लिया. उन्होंने सदन को संबोधित किया. वह कई मुद्दों पर बोले. उनके निशाने पर यूपी की योगी सरकार रही.
उन्होंने सदन में बोलते हुए कहा, “जब यह जानकारी हो गई कि कुछ लोगों की जान चली गई, लाशे हैं जो मोर्चरी और अस्पतालों में पड़ी है, उसके बाद सोचिए कि सरकार क्या कर रही है. सरकार ने अपने सरकारी हेलीकॉप्टरों में फूल भर के फूलों को डालने (बरसाने) का काम किया है.”
“सदन के माध्यम से हमारे माननीय सदस्य बताएं कि यह हमारी कहां की सनातनी परम्परा है? मैं जानना चाहूंगा. न जाने कितनी चप्पलें, कपड़े और महिलाओं की साड़ियां थी… लेकिन उन सबकों जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर की ट्रॉलियों से उठाया गया. उन्हें उठाकर कहां फेंका गया कोई नहीं जानता लेकिन जब उनको लगा कि वहां से बदबू आ रही है तो यही सरकार के लोग छिपाने लगे हैं. यही आपका महाकुंभ आयोजन था.”
उन्होंने आगे कहा, “हर बात को छिपाने के लिए यह लोग न केवल मीडिया का सहारा ले रहे हैं बल्कि सुनने में आ रहा है कि कुछ दबाव और कुछ को स्वीटनर भी दिए जा रहे हैं जिससे उनकी खबरें बाहर न आ जाएं. अगर ये सारी बातें मेरी गलत है तो अभी नेता सदन को भी भाषण देना है… मैं कहना चाहता हूं कि आप अपनी तरफ से भी और जानकारी कर लिजिएगा… हमारे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने शोक नहीं प्रकट किया था. जब देश राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक प्रकट किया उसके 17 घंटे बाद सरकार ने स्वीकार किया (महाकुंभ में भगदड़).”
अखिलेश ने कहा, “अध्यक्ष महोदय ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई स्वीकार नहीं कर सकते. इनका रास्ता क्या है, ये कहां ले जाना चाहते हैं, मैं नहीं जानता हूं.”
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क