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नई दिल्ली | कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली पुलिस को अपना जवाब भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी के खिलाफ 16 मार्च को एक नोटिस जारी करके पीड़ित महिलाओं के बारे में जानकारी मांगी थी. जब नोटिस का जवाब नहीं मिला तो पुलिस रविवार को राहुल के घर पहुंच गई.
अपने भाषण में राहुल ने 30 जनवरी 2023 को श्रीनगर में कहा था कि उनसे कुछ ऐसी महिलाएं मिली हैं जो कि यौन शोषण का शिकार हो हुई है लेकिन वह किसी से कह नहीं पा रही हैं. इस बयान को आधार बनाकर पुलिस ने उन्हें नोटिस भेजा है और पीड़िताओं की जानकारी मांगी.
स्पेशल सीपी, लॉ एंड ऑर्डर, डॉ सागर प्रीत हुड्डा और डीसीपी, नई दिल्ली प्रणव तायल के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की एक टीम रविवार सुबह तुगलक लेन पर स्थित गांधी के घर उन्हें नोटिस देने के लिए पहुंची थी.
सूत्रों के मुताबिक, 15 मार्च को पुलिस टीम गांधी के आवास पर उन्हें नोटिस देने के लिए तीन घंटे तक इंतजार करती रही, लेकिन वो नहीं मिले. फिर 16 मार्च को वरिष्ठ अधिकारी उनके आवास पर पहुंचे और डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद नोटिस दे पाए.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट का संज्ञान लेने और प्रश्नावली की सूची भेजने के बाद नोटिस जारी किया गया.
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान श्रीनगर में कहा था, “.. मैंने एक लड़की (जिसका रेप हुआ था) से पूछा कि क्या पुलिस को फोन करना चाहिए? उसने कहा ‘पुलिस को फोन मत करिए. मैं शर्मिदा हो जाउंगी’
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि गांधी ने 30 जनवरी को श्रीनगर में बयान दिया था.
हुड्डा ने कहा, “यह बहुत गंभीर मामला है और हम इस संबंध में और जानकारी इकट्ठा करने के लिए यहां आए हैं. हमें उनके भाषण और पीड़ितों के बारे में जानकारी चाहिए ताकि हम मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर सकें और पीड़ितों को न्याय मिल सके.”
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)
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