30 साल की विधवा से थे 4 बुजुर्गों के ‘प्रेम संबंध’, जब पांचवें की हुई ‘एंट्री’ तो कर दी हत्या

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(प्रतीकात्मक इमेज: आईएएनएस)
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बिहारशरीफ | बिहार के नालंदा जिले में एक बुजुर्ग को आशिकी की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. नालंदा जिले में प्रेम प्रसंग की अजीबोगरीब घटना सामने आई है. यहां 30 साल की विधवा महिला पीनो देवी के चार बुजुर्ग प्रेमियों ने मिलकर पांचवें आशिक की हत्या कर दी. पुलिस, ने जब पीनो देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो न केवल मामले का भंडाफोड़ हुआ बल्कि पुलिस भी हैरान रह गई.

महिला की थी चार बुजुर्गों से ‘दोस्ती’

दरअसल, मामला अस्थावा थाना क्षेत्र के बलवापुर गांव का है. यहां 30 साल की एक महिला पीनो चाय की दुकान चलाती है. इस महिला की दुकान पर चार बुजुर्ग रोज चाय पीने आते थे. यह चारों महिला की दुकान के रेगुलर कस्टमर बन गए थे. इस दौरान महिला और चारों बुजुर्गों की ‘दोस्ती’ हो गई. उन्होंने पीनो से अपने प्यार का भी इजहार कर दिया. सभी उसके घर भी आया-जाया करते थे. सब कुछ ठीक चल रहा था.

कहानी में हुई पांचवें बुजुर्ग की एंट्री 

पुलिस का कहना है कि इसी बीच इस कहानी में एक अन्य बुजुर्ग तृपित शर्मा (75) की एंट्री हो गई. शर्मा ने भी सभी की तरह महिला के प्रति प्रेम दिखाया. बताया जा रहा है कि महिला तृपित को अपने चार अन्य ‘मित्रो’ से ज्यादा प्राथमिकता देने लगी थी. यह बात चारों को खटकने लगी थी. जल्द ही चारों के मन में ईर्ष्या घर कर गई. उन्होंने तृपित को सबक सीखाने की सोची. उन चारों बुज़ुर्गों ने अपनी योजना पीनो देवी को बतायी और उसे अपने साथ आने को कहा. पीनो देवी शुरू में झिझकी लेकिन बाद में मान गई.

इस हत्याकांड के बारे में क्या बताया पुलिस ने 

बिहार शरीफ (सदर) के डीएसपी डा. शिब्ली नोमानी ने बताया कि, “पीनो देवी (30), जो विधवा हैं, अस्थावा गांव में एक चाय की दुकान चलाती थी और चार बुजुर्ग कृष्ण नंदन प्रसाद (75), सूर्य मणि कुमार (60), बनारस प्रसाद उर्फ लोहा सिंह (65) और वासुदेव पासवान (64) पीनो देवी की चाय की दुकान पर नियमित ग्राहक थे. वे हर रोज उसके स्टॉल पर चाय पीते थे.”

महिला के साथ मिलकर सभी ने उनकी हत्या की योजना बना ली. महिला ने चारों के साथ मिलकर शर्मा को 19 अक्तूबर को अपने घर पर बुलाया. वहां पहुंचने पर शर्मा की चार अन्य प्रेमियों से बहस हो गई. इसके बाद शर्मा के साथ मारपीट कर उनकी हत्या कर दी गई और शव को नवनिर्मित सामुदायिक भवन की पानी की टंकी में फेंक दिया गया. इस दौरान उनकी पहचान न हो सके, इसके लिए उनके चेहरे को पत्थर से कुचल दिया गया.

घटना के दो दिन बाद (21 अक्टूबर) पुलिस ने शव बरामद हुआ. इधर, शर्मा के पुत्र मिट्ठू कुमार ने उसी दिन पिता के गायब होने की प्राथमिकी अस्थावां थाने में दर्ज करायी. पुलिस जांच में जुटी ही थी कि उसको जानकारी मिली कि मृतक अस्थावां पालीटेक्निक कालेज के पास चाय की एक दुकान में अक्सर बैठा करते थे. इससे पुलिस का कुछ शक पीनो देवी पर गया. हालांकि, पुलिस के पास पीनो के खिलाफ कोई सबूत नहीं था.

मृतक का मोबाइल फोन महिला के पास से मिला 

मामले की जांच के दौरान, पुलिस को मृतक का मोबाइल फोन नही मिल रहा था. उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था. एक महीने बाद जब फोन स्विच ऑन हुआ तो पहले से ही नंबर (मृतक का मोबाइल नंबर) सर्विलांस पर होने के कारण, पुलिस को उसकी लोकेशन पीनो देवी के घर की मिली. मृतक का फोन पीनो देवी के पास था. पुलिस ने महिला के पास से मोबाइल बरामद कर लिया और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की.

डा. शिब्ली नोमानी ने बताया कि पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो महिला टूट गई और इस हत्याकांड का राज खुल गया.

उन्होंने बताया कि इस मामले में महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के क्रम में सब ने स्वीकार किया कि 19 अक्टूबर को पांचों ने 75 साल के तृपित शर्मा को महिला के घर पर धोखे से बुलाया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी.

नोमानी ने कहा, “मैंने अपने पूरे करियर में ऐसा सनसनीखेज मामला पहले कभी नहीं देखा. आरोपियों पर हत्या, आपराधिक साजिश और सबूत नष्ट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.”

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस


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