यूपी: डेढ़ साल से घर पर शव रख परिवार कर रहा था आयकर अधिकारी का इलाज, पढ़े पूरा मामला

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मौके पर जमा भारी भीड़
The Hindi Post

कानपुर | उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बेहद चौंका देने वाली खबर सामने आई है। यहां के रावतपुर थाना क्षेत्र के रोशन नगर में एक परिवार डेढ़ साल से लाश के साथ रह रहा था। मृतक आयकर विभाग में अधिकारी थे। यह मामला तब जानकारी में आया जब स्वास्थ्य विभाग की टीम मृतक के घर पहुंची।

अब आपको बताते है कि यह पूरा मामला है क्या। आर्डनेंस फैक्टरी से रिटायर्ड कर्मचारी राम औतार रोशन नगर में परिवार के साथ रहते हैं। तीन बेटों में सबसे छोटा बेटा विमलेश (35) अहमदाबाद में इनकम टैक्स विभाग में कार्यरत थे। विमलेश की पत्नी मिताली किदवईनगर स्थित सहकारिता बैंक में कार्यरत हैं।

पिछले साल अप्रैल में विमलेश बीमार पड़ गए थे। उनको इलाज के लिए नगर के बिरहाना रोड स्थित मोती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान, विमलेश की 22 अप्रैल (2021) को मृत्यु हो गई थी। अस्पताल वालों ने परिवार को विमलेश का शव सौंप दिया था। साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया था।

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शव को घर लाने के बाद, विमलेश के परिवार वालों ने दिल की धड़कन आने की बात कहकर, दाह संस्कार नहीं करने का फैसला किया। तब से शव घर पर ही था। उसकी देखभाल की जा रही थी। परिवार का मानना था कि विमलेश कोमा में है और जल्द स्वस्थ्य हो जाएगा।

शुक्रवार (23 सितंबर) को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में पुलिस बल तथा मजिस्ट्रेट के साथ विमलेश के घर गई तथा परिवार वालों को समझाया-बुझाया कि यदि विमलेश जीवित है तो उसे बेहतर चिकित्सा के लिए हैलट अस्पताल ले चलते है। इस आस में कि विमलेश जी उठेगा, परिवार वाले अस्पताल चलने को राजी हो गए। चिकित्सकों के दल ने अस्पताल में विमलेश को मृत घोषित कर दिया।

इसी एम्बुलेंस से विमलेश का शव ले जाया गया था हैलेट हॉस्पिटल
इसी एम्बुलेंस से विमलेश का शव ले जाया गया था हैलेट हॉस्पिटल

जिला प्रशासन ने कहा कि उनको इस मामले की जानकारी 22 सितंबर को हुई। प्रशासन को यह पता चला कि विमलेश की मृत देह 22 अप्रैल 2021 से अब तक उनके परिजनों ने घर पर ही रखी हुई है। परिवार का ऐसा विश्वास था कि विमलेश जीवित है और जल्द स्वस्थ हो जाएगा।

इस प्रकरण में परिवार के लोगों के अनुरोध पर पोस्टमार्टम नहीं कराया गया। परिवार के अनुरोध के साथ ही इस प्रकरण में मृत्यु का कारण भी पहले से स्पष्ट है। मृत्यु प्रमाण पत्र मोती हॉस्पिटल के द्वारा 22/04/2021 को ही जारी किया किए जा चुका था।

जिला प्रशासन ने विमलेश की मृत्यु की तस्दीक भी मोती अस्पताल से कर ली। विमलेश का निधन 22/04/2021 को कार्डियक रेस्पिरेटरी सिंड्रोम के कारण होना मोती हॉस्पिटल के प्रपत्र में अंकित है।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार, विमलेश का परिवार कोई रासायनिक लेप लगा कर शव को अब तक संभाल कर रखे हुए था। सबसे विचित्र बात यह कि रोशन नगर में विमलेश के घर के आसपास रहने वाले लोगों को कभी बदबू नहीं आई। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें कभी बदबू महसूस नहीं हुई। हालांकि जब स्वास्थ्य विभाग ने शव को घर से निकाला, तो वो अवशेष के रूप में था।

पर यह बात समझ नही आई कि विमलेश का परिवार डेढ़ साल से कैसे शव के साथ रह रहा था।

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क


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