साल में दो बार आयोजित होगी बोर्ड परीक्षा

प्रतीकात्मक फोटो (हिंदी पोस्ट)

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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा तैयार नए पाठ्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार, एक साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं होगी और जिस परीक्षा में छात्रों को ज्यादा अंक मिलेंगे वह स्कोर मान्य होगा (यानि उस स्कोर को माना जाएगा).

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा निरीक्षण और एनएसटीसी समिति की संयुक्त कार्यशाला पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ANI से कहा, “कस्तूरीरंगन के मार्गदर्शन में, संचालन समिति ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लिए पाठ्यक्रम तैयार किया है. उन्होंने इसे सरकार को सौंप दिया है. सरकार ने इसे एनसीईआरटी को दे दिया है. एनसीईआरटी ने दो समितियां बनाई हैं – राष्ट्रीय निरीक्षण समिति और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक समिति (एनएसटीसी). हम उम्मीद करते हैं कि ये दोनों समितियां 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुरूप और मौलिक भारतीय सोच पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार करेंगी. हम चाहते हैं कि वे कक्षा 3 से 12 तक के लिए भविष्य की शिक्षण और शिक्षण सामग्री तैयार करें.”

नए पाठ्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार, 11वीं और 12वीं के छात्र और छात्रों को एक भारतीय भाषा समेत दो भाषाओं का अध्ययन करना होगा.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क


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