अमेरिकी वैज्ञानिकों ने खोजा बुढ़ापे को जवानी में बदलने वाला रसायन

सांकेतिक तस्वीर (इंग्लिश पोस्ट)
न्यूयॉर्क | अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक अभूतपूर्व अध्ययन में बुढ़ापा और बुढ़ापे से संबंधित बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया है.
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Harvard Medical School and Massachusetts Institute of Technology/एमआईटी) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने कोशिकाओं को युवा अवस्था में पुन: प्रोग्राम करने वाले रसायनों की खोज की है.
पहले, यह केवल शक्तिशाली जीन थेरेपी का उपयोग करके ही संभव था.
एजिंग नाम के यूएस जर्नल में प्रकाशित रिसर्च में कहा गया है कि विशिष्ट जीनस (Specific Genes), जिन्हें यामानाका कारक (Yamanaka factors) कहा जाता है, वयस्क कोशिकाओं को प्रेरित प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल (induced pluripotent stem cells) में परिवर्तित कर सकते हैं.
नए अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने उन अणुओं की जांच की, जो संयोजन में, कोशिकाओं की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को उलट सकते हैं और मानव कोशिकाओं को फिर से जीवंत कर सकते हैं.
उन्होंने युवा कोशिकाओं को पुरानी और वृद्ध कोशिकाओं से अलग करने के लिए उच्च-थ्रूपुट सेल-आधारित परख विकसित की, जिसमें ट्रांसक्रिप्शन-आधारित उम्र बढ़ने वाली घड़ियां और एक रियल टाइम न्यूक्लियोसाइटोप्लाज्मिक प्रोटीन कंपार्टमेंटलाइज़ेशन (एनसीसी) परख शामिल है.
इस रोमांचक खोज में, टीम ने छह रसायनों के मिश्रण की पहचान की जो एनसीसी और जीनोम-वाइड ट्रांसक्रिप्ट प्रोफाइल को युवा अवस्था में पुन: बहाल करते हैं और एक सप्ताह से भी कम समय में ट्रांसक्रिप्टोमिक उम्र को उलट देते हैं.
हार्वर्ड में जेनेटिक्स विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख वैज्ञानिक डेविड ए. सिंक्लेयर ने कहा, “पहले हम उम्र बढ़ने की रफ्तार को धीमा कर सकते थे. नई खोज से पता चलता है कि अब हम इसे उलट सकते हैं.”
उन्होंने कहा, “इस प्रक्रिया के लिए पहले जीन थेरेपी की आवश्यकता होती थी, जिससे इसका व्यापक उपयोग सीमित हो गया था.”
इस नई खोज के निहितार्थ दूरगामी हैं, जिससे पुनर्योजी चिकित्सा और संभावित रूप से पूरे शरीर के कायाकल्प के रास्ते खुल रहे हैं. जीन थेरेपी के माध्यम से उम्र में बदलाव के लिए एक रासायनिक विकल्प विकसित करके, यह शोध उम्र बढ़ने, चोटों और उम्र से संबंधित बीमारियों के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है.
अप्रैल 2023 में बंदरों में अंधापन को उलटने में सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद उम्र पलटने वाली जीन थेरेपी के इंसानों पर क्लीनिकल परीक्षणों की तैयारी प्रगति पर है.
हार्वर्ड की टीम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करती है जहां उम्र से संबंधित बीमारियों का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सके, चोटों का अधिक कुशलता से उपचार किया जा सके और पूरे शरीर के कायाकल्प का सपना वास्तविकता बन सके.
सिनक्लेयर ने कहा, “यह नई खोज एक ही गोली से बुढ़ापे को उलटने की क्षमता प्रदान करती है, जिसमें आंखों की रोशनी में सुधार से लेकर उम्र से संबंधित कई बीमारियों का प्रभावी ढंग से इलाज करने तक के अनुप्रयोग शामिल हैं.”
आईएएनएस/हिंदी पोस्ट वेब डेस्क