बदायूं (उत्तर प्रदेश) | चूहे को पानी में डुबोकर मारने के आरोप में एक व्यक्ति को कथित तौर पर 10 घंटे पुलिस हिरासत में बिताने पड़े. आरोपी का नाम मनोज कुमार है. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है.
पुलिस की तरफ से यह कार्रवाई तब हुई जब पशु कार्यकर्ता (एनिमल एक्टिविस्ट) विकेन्द्र शर्मा एक वीडियो रिकॉर्ड करने में कामयाब रहे जिसमें दिख रहा है कि मनोज चूहे को पानी में डुबोकर मारने की कोशिश कर रहा है.
हालांकि सर्किल अधिकारी आलोक मिश्रा ने कहा कि इस मामले में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम लागू नहीं होता, क्योंकि चूहे ‘जानवरों’ की श्रेणी में नहीं आते हैं.
उन्होंने कहा, हमने इस मामले में कानूनी राय मांगी है और उसी के अनुसार आगे कार्रवाई की जाएगी.
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अधिकारी ने कहा कि पशु कार्यकर्ता विकेंद्र शर्मा ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी.
विकेंद्र ने अपनी शिकायत में कहा, “मैंने देखा कि आरोपी शख्स चूहे की पूंछ में पत्थर बांधकर उसे नाली के पानी में डूबा देने की कोशिश कर रहा है.”
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने चूहे को छुड़ाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं रहा.
दिलचस्प बात यह है कि पुलिस ने मृत चूहे को बरामद कर उसका पोस्टमॉर्टम (शव परीक्षण) कराने के लिए पशु चिकित्सालय भेज दिया. लेकिन पशु चिकित्सा अस्पताल के कर्मचारियों ने शव परीक्षण करने से इनकार कर दिया. इसके बाद मृत चूहे को बदायूं से लगभग 60 किलोमीटर दूर बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) भेज दिया गया.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि आईवीआरआई के अधिकारियों ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है.
उन्होंने कहा कि मृत चूहे के परीक्षण के लिए शिकायतकर्ता ने खुद 225 रुपये का भुगतान किया है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस