कब करें रात का भोजन, क्या खाएं और किसे कहें न?
नई दिल्ली | भागदौड़ भरी जिंदगी ने बहुत कुछ बदल दिया है. लाइफ स्टाइल आजकल ऐसा है कि खामियाजा हमारे शरीर को उठाना पड़ता है. हम जाने-अनजाने सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. खाना तो खाते हैं लेकिन सही समय और हेल्दी डाइट को नजरअंदाज कर आगे बढ़ रहे हैं.
स्वस्थ शरीर के लिए पौष्टिक और संतुलित आहार बहुत जरूरी है खासकर रात का भोजन सही मात्रा और समय पर लेना जरुरी है. एक्सपर्ट्स और कुछ शोध बताते हैं कि फिट बने रहने के लिए डिनर पर ध्यान दिया जाना चाहिए. साथ ही कुछ ऐसे आइटम्स हैं जिन्हें न कह देना बेहतर होता है.
ऑफिस में अक्सर देर तक काम करने या किसी अन्य वजह से घर लौटने में हमें देर हो जाती है या फिर टीवी देखने और मोबाइल में बिजी रहने के चलते हम रात का खाना सही समय पर तसल्ली से नहीं खा पाते हैं. पूरे दिन की थकान के बाद डिनर सही समय पर करना बेहद जरूरी है. इसमें लापरवाही करने से भोजन पचने में भी दिक्कत होती है और रात की नींद भी डिस्टर्ब होती है.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार सुबह का नाश्ता भारी और रात का खाना यानि डिनर काफी हल्का होना चाहिए. इससे मेटाबॉलिज्म और पाचन क्रिया सही रहती है. हैवी खाना पाचन संबंधी परेशानियां खड़ी करता है. रात के भोजन में बहुत देर नहीं करनी चाहिए. डिनर और सोने में कम से कम तीन घंटे का अंतर जरूर होना चाहिए.
रात के खाने में रोटी, दाल, मिक्स वेजिटेबल, सलाद और पत्तेदार हरी सब्जी को शामिल करना चाहिए. पत्तेदार हरी सब्जी में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. इसके सेवन से सेहत और डाइजेस्टिव सिस्टम दोनों अच्छे रहते हैं. डिनर में दाल से बनी खिचड़ी, दाल का सूप, वेजिटेबल सलाद, ओट्स और दलिया अच्छा होता है. ये सुपाच्य होते हैं यानि आसानी से पच जाने वाले. तो कुल मिलाकर कहना यही है कि खाना ऐसा जो पच जाए.
एक बहुत जरूरी और मार्के की बात! अक्सर हम देर तक काम करते समय चाय या कॉफी का सेवन करते हैं लेकिन डिनर के बाद इसे पीने से नींद आने में परेशानी होती है. चाय और कॉफी में कैफीन होता है जो आपकी नींद को दूर भगाता है. ऐसे में इसे पीने से बचना चाहिए. डिनर करने के कुछ अंतराल पर गुनगुना दूध पीना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है इससे हड्डियां मजबूत होती हैं और नींद भी बढ़िया आती है.
आईएएनएस