चीन में फिर आई कोरोना जैसी महामारी? जानिए HMPV के बारे में जिसकी खूब हो रही है चर्चा?

सांकेतिक तस्वीर (Pixabay)

The Hindi Post

कोविड-19 महामारी के पांच वर्षों के बाद चीन एक बार फिर जूझ रहा है और इस बार उसका सामना ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस यानि एचएमपीवी (HMPV) वायरस से हुआ है.

मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर की गई कई खबरों के अनुसार, चीन में यह वायरस तेजी से फैल रहा है. कुछ लोग तो यह भी दावा कर रहे है कि चीन में अस्पतालों में भारी भीड़ है.

दावा किया जा रहा है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) और अन्य वायरस के प्रकोप ने कब्रिस्तानों को भर दिया है. इन वायरस में इन्फ्लुएंजा ए, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 भी शामिल हैं.

जब चीन में कोविड-19 फैला था तब लोग सांस लेने में दिक्कत और खांसी की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचते थे. देखते ही देखते इस स्वास्थ्य संकट ने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था और इसको महामारी घोषित करना पड़ा था.

अब जो रिपोर्ट्स सामने आ रही है उसमें दावा है कि एचएमपीवी (HMPV) के मामलों में बढ़ोतरी के कारण लोगों की मौत हो रही है. रिपोर्ट्स में यह भी दावा है कि जो लोग इससे संक्रमित होने वाले ज्यादातर लोग 40 से 80 वर्ष की आयु के है.

एक वायरल पोस्ट, जिसे 6.4 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले हैं उसमें अस्पताल के गलियारों में बुजुर्ग मरीजों की भीड़ दिखाई गई है. पोस्ट में लिखा है, “चीन के अस्पताल ‘इन्फ्लुएंजा ए’ और ‘ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस’ के प्रकोप से जूझ रहे हैं, जो तीन साल पहले की कोविड लहर की याद दिला रहे हैं.”

WHO ने क्या कहा?

हालांकि, इन दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने किसी नई महामारी के होने की पुष्टि नहीं की है. न ही कोई आपातकालीन अलर्ट जारी किया है.

क्या है ह्यूमन मेटाप्नेयूमोवायरस (HMPV)?

HMPV एक ऐसा वायरस है, जो आमतौर पर सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है. छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग इसके सबसे बड़े शिकार बन सकते हैं. इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना शामिल हैं, लेकिन यह न्यूमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसे गंभीर सांस के रोग भी पैदा कर सकता है.

कोविड जैसा फैलाव

HMPV का फैलाव कोविड-19 जैसा ही है. यह संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकली बूंदों से फैलता है. साथ ही, वायरस से संक्रमित सतहों को छूने से भी संक्रमण का खतरा रहता है. हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और दावे डर पैदा कर रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने अभी इसे ज्यादा गंभीरता से लेने की सलाह नहीं दी है. WHO और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी नई महामारी की पुष्टि नहीं की गई है.

Inputs From IANS

 


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