पुलिस कमिश्नरेट मतलब कमीशन का रेट, भाजपा विधायक ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, मची खलबली
आगरा | आगरा छावनी सीट से भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने आगरा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने एक शिकायती पत्र के माध्यम से पुलिस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
विधायक डॉ. जीएस धर्मेश का कहना है कि आगरा पुलिस कमिश्नरेट ‘कमीशन का रेट’ बन चुका है. भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों का बोलबाला है. पुलिस जनता के हितों की अनदेखी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रही है.
आईएएनएस से बात करते हुए विधायक धर्मेश ने पुलिस पर भू-माफियाओं और अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. पुलिस द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति का पालन नहीं किया जा रहा है. इससे प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद भी पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद छोड़ देती है. आरोप लगाया कि पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भेजने का काम कर रही है.
उन्होंने हाल की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक ‘गैर-जमानती वारंटी’ को पकड़ने के बाद थाने से ही छोड़ दिया गया. यह पुलिस की लचर पैरवी और भ्रष्टाचार का नतीजा है. उन्होंने आगरा के मुस्लिम उन्नयन संस्थान और अन्य अस्पतालों की सुरक्षा में लापरवाही का भी मुद्दा उठाया. कहा कि पुलिस सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने में विफल साबित हो रही है, जिससे आम जनता में असंतोष बढ़ रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि इस पूरे मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने उठाने के लिए लखनऊ जा रहा हूं. जल्दी उनसे मुलाकात करके साक्ष्य पेश करूंगा. हकीकत को मैंने लेटर में लिख दिया है अब सीएम योगी से समय लेकर इस विषय पर उनसे बात करूंगा.
इस पूरे मामले ने राजनीतिक हलकों में बड़ी हलचल पैदा कर दी है क्योंकि भाजपा के विधायक ने उत्तर प्रदेश की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
आईएएनएस