80 वर्षीय महिला के सिर में मिली सुई, डॉक्टर भी रह गए हैरान
रूस से एक बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां एक बुजुर्ग महिला की जब तबियत खराब हुई तो वह डॉक्टर के पास गई. उनका चेकअप हुआ. सीटी स्कैन किया गया. इस टेस्ट को करने के बाद डॉक्टर हैरान रह गया. पता चला कि उसके सिर के बाईं ओर 3 सेमी की मेटल की सुई घुसी हुई है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह थी कि महिला को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
सिर में सुई घुसी होने की बात सामने आने के बाद, सवाल यह उठता है कि सिर में सुई आखिर घुसी कैसे. दूसरा सवाल उठता है कि सुई के साथ जीते हुए महिला सालों से स्वस्थ कैसे है?
सखालिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में महिला के सीटी स्कैन की तस्वीरें जारी की तो लोग शॉकेड रह गए. महिला की उम्र को ध्यान में रखते हुए, डॉक्टरों का मानना है कि उसके जन्म के तुरंत बाद उसके माता-पिता ने उसके मस्तिष्क में सुई डाली थी.
यह सुनने में चौंकाने वाला लगता है, लेकिन एक समय में रूस में ऐसी प्रथाएं असामान्य नहीं थीं. जो माता-पिता कठिन युद्धकालीन परिस्थितियों में अपने बच्चों की देखभाल नहीं कर पाते थे, उन्हें मारने के लिए (फॉन्टानेल – खोपड़ी में छोटा सा छेद, जो बच्चे के बड़े होने पर धीरे-धीरे बंद हो जाता है) के माध्यम से उनके मस्तिष्क में पतली सुइयां डाली जाती थी. इस विधि से सुई डालने पर कोई निशान नहीं रहा जाता था. ऐसा इसलिए क्योंकि खोपड़ी में छोटा सा यह छेद जल्दी बंद हो जाता था. इससे बच्चा मर भी जाता था और हत्या का कोई सबूत भी नहीं बचता था.
अब सवाल है कि फिर यह महिला जिन्दा कैसे बच गई? क्षेत्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में लिखा, बच्चे की हत्या के लिए ऐसे मामले असामान्य नहीं थे. हालांकि, ये साफ नहीं हो सका है कि 80 साल की महिला अपने माता-पिता के हत्या के इस प्रयास से कैसे बच गई. डॉक्टरों ने अंदाजा लगाया कि शायद महिला के माता पिता ने उसके जीवित रहने को एक चमत्कार माना होगा. लेकिन इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात ये हैं कि महिला को जिंदगी भर उस जगह पर कभी दर्द का अनुभव नहीं हुआ. अगर हालिया सीटी स्कैन नहीं होता, तो शायद उसे कभी पता नहीं चलता कि उसके सिर में एक सुई है.
इसके बाद डॉक्टरों ने तय किया कि महिला की सर्जरी न की जाए. डॉक्टरों का ऐसा मानना था कि सर्जरी रिस्की हो सकती है. क्योंकि महिला को कोई समस्या नहीं थी इसलिए सुई को सर्जरी करके निकालने का कोई प्रयास नहीं किया गया. महिला पहले की तरह अपना जीवन जीना जारी रख सकती है.