UPA सरकार में सबसे ज्यादा आतंकी मारे गए, मोदी सरकार ने तोड़ी आतंक की रीढ़: RTI में हुआ खुलासा

सांकेतिक तस्वीर (आईएएनएस)

The Hindi Post

पुणे | केंद्र में 2004 से 2014 के 10 साल के शाषनकाल के दौरान कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली NDA सरकार की तुलना में 10 वर्षों में अधिक आतंकवादियों को मारा. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली NDA सरकार ने सीमा पार से होने वाले आतंकवाद को रोकने में सफलता प्राप्त की है. इसका खुलासा RTI के माध्यम से सामने आए नवीनतम आंकड़ों से हुआ है.

पुणे के व्यवसायी प्रफुल सारदा ने 2004 से 2022 के बीच में देश में हुई आतंकवादी घटनाओं पर विवरण मांगा था. इसकी जानकारी गृह मंत्रालय के जम्मू और कश्मीर के सीपीआईओ कबीरराज सबर द्वारा प्रदान की गई.

आंकड़े बताते हैं कि 2004 और 2013 (यूपीए के 10 साल के शासन) के बीच 9,321 आतंकवादी हमले हुए, जिसमें 4,005 आतंकवादी मारे गए और 878 आतंकियों को पकड़ा गया. 2014 से अगस्त 2022 (एनडीए के साढ़े आठ साल के शासन) तक 2,132 आतंकवादी घटनाएं हुईं और इन घटनाओं में 1,538 आतंकियों का सफाया हुआ और 1,432 को गिरफ्तार किया गया.

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सारदा ने कहा कि पिछले साढ़े 18 सालों में 11,453 आतंकवादी हमले हुए जिनमें 5,543 आतंकवादी मारे गए और 2,310 को गिरफ्तार किया गया.

यूपीए सरकार के वार्षिक रिकॉर्ड आंकड़े हैं: 2004- 2,565 घटनाएं और 976 आतंकी मारे गए, 2005- 1,990 हमले और 917 का सफाया, 2006- 1,667 घटनाएं और 591 मारे गए, 2007- 1,092 हमले और 472 मारे गए, 2008- 708 घटनाएं, 339 का सफाया और 305 गिरफ्तारियां, 2009- 499 हमले, 239 मारे गए और 187 पकड़े गए, 2010- 368 घटनाएं, 232 मारे गए और 155 गिरफ्तार, 2011- 195 हमले, 100 मारे गए और 145 गिरफ्तार, 2012- 124 घटनाएं, 72 का सफाया और 150 गिरफ्तार, 2013- 113 हमले, 67 मारे गए और 86 पकड़े गए.

साल-दर-साल सामने आए एनडीए शासन के आंकड़े हैं: 2014- 151 हमले, 110 आतंकी मारे गए, 70 पकड़े गए, 2015- 143 घटनाएं, 108 की मौत और 67 गिरफ्तार, 2016- 223 हमले, 150 मारे गए और 79 गिरफ्तार, 2017- 279 घटनाएं, 213 मारे गए और 97 गिरफ्तार, 2018- 417 हमले, 257 मारे गए और 105 गिरफ्तार, 2019- 255 घटनाएं, 157 मारे गए और 115 गिरफ्तार, 2020- 244 हमले, 221 मारे गए और 328 गिरफ्तारियां, 2021- 229 घटनाएं, 180 की मौत और 311 गिरफ्तार और अगस्त 2022 तक- 191 हमले, 142 मारे गए और २६० आतंकी पकड़े गए.

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सारदा ने कहा कि यह आंकड़े जो कथित रूप से केवल जम्मू और कश्मीर क्षेत्र से संबंधित – चौंकाने वाले हैं और इंगित करते हैं कि देश की पश्चिमी सीमाएं आतंक की चपेट में हैं, जबकि उत्तरी और उत्तर-पूर्वी सीमाओं पर अन्य आतंकवादी घटनाओं का विवरण प्रदान नहीं किया गया है.

सारदा ने कहा – “आरटीआई के जवाब के अनुसार, भारतीय सेना और सुरक्षा बलों द्वारा सबसे अधिक आतंकवादी यूपीए सरकार में मारे गए. ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के बाद, भाजपा शासन स्पष्ट रूप से आतंकवाद की रीढ़ को तोड़ने में सफल रहा है क्योंकि हत्याओं में तेज गिरावट के साथ ही हमलों में कमी आई है.”

सारदा ने कहा कि, “आतंकियों को मारने का पूरा श्रेय सशस्त्र बलों जाता है. यह उनकी वीरता है. उन्होंने यूपीए शासन में 4,005 और एनडीए के कार्यकाल में 1,538 आतंकी मार गिराए है. कश्मीरी पंडितों को नए सिरे से निशाना बनाने के साथ ही सुरक्षा बल फिर से पश्चिमी सीमाओं में छिपे आतंकियों के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटे रहेंगे.”

आईएएनएस

 


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