भाजपा उम्मीदवार का निधन, 25 सितंबर को इनकी विधानसभा में हुआ था मतदान
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार सैयद मुश्ताक बुखारी का बुधवार को निधन हो गया. वह 75 वर्ष के थे. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि बुखारी को दिल का दौरा पड़ा जिससे उनका निधन हो गया.
सैयद मुश्ताक बुखारी के देहांत की खबर भाजपा के जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष रविंदर रैना ने साझा की. रविंद्र रैना ने बुखारी की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है. सैयद मुश्ताक बुखारी ने सुरनकोट निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ा था.
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे. सुरनकोट में दूसरे चरण में 25 सितंबर को वोट पड़े थे. मतदान का अंतिम चरण मंगलवार को हुआ था.
बुखारी ने पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिले इसको लेकर पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से मतभेद के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस छोड़ दी थी. केंद्र सरकार द्वारा पहाड़ी लोगों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने के बाद वह फरवरी में भाजपा में शामिल हो गए थे.
वह फारूक अब्दुल्ला सरकार में मंत्री रह चुके थे. यह बात साल 1996 की है.
8 अक्टूबर को राज्य में मतों की गिनती होगी. अगर सुरनकोट में मृत भाजपा उम्मीदवार की जीत हो जाती है तो चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर सुरनकोट में फिर से मतदान कराया जाएगा.
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 151ए के तहत, यदि मृत उम्मीदवार चुनाव जीत जाते है तो उस (जहां से उसने चुनाव लड़ा हो) सीट पर छह महीने के भीतर चुनाव कराना होगा.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)