श्रद्धा की पुलिस को 2020 में लिखी शिकायती चिट्ठी आई सामने, जताई थी आशंका कि आफताब कर देगा उसकी हत्या, बाद में ले ली थी शिकायत वापस

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पालघर | ठीक दो साल पहले 23 नवंबर, 2020 को, श्रद्धा वालकर ने पालघर (महाराष्ट्र) के तुलिंज पुलिस स्टेशन में अपने लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ लिखित शिकायत दी थी कि वो उसे “मारने और उसके टुकड़े-टुकड़े करने” की धमकी देता है.

यह शिकायती पत्र अब सामने आया है. पालघर की स्थानीय पुलिस ने कहा है कि हालांकि उन्होंने इस मामले की जांच की थी पर श्रद्धा ने बाद में एक और पत्र देकर अपनी शिकायत वापस ले ली. श्रद्धा की और से लिखित शिकायत 23 नवंबर, 2020 को की गई थी.

श्रद्धा ने अपने शिकायती पत्र में लिखा था कि आफताब उसे पीट रहा था, उसे ब्लैकमेल कर रहा था और उसकी हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े करने की धमकी दे रहा था.

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अब लगभग दो साल बाद, श्रद्धा की सबसे बुरी आशंका सच हो गई है. आफताब ने उसकी हत्या कर दी और और शव के टुकड़े करके उन्हें फेंक दिया. इस जुर्म को अंजाम देने के आरोप में आफताब अब पुलिस हिरासत है और उससे इस मामले में जांच जारी है.

25 वर्षीय श्रद्धा ने पत्र में उल्लेख किया था कि वह और 26 वर्षीय आफताब विजय विहार परिसर में एक साथ रह रहे थे. उसने यह भी बताया कि वह (आफताब) छह महीने से उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट कर रहा था.

श्रद्धा ने कहा, “आज उसने मेरा दम घोट कर मुझे मारने की कोशिश की और उसने मुझे डराया और ब्लैकमेल किया कि वह मुझे मार डालेगा और मेरे टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देगा.”

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया

पत्र के अनुसार, “छह महीने हो गए हैं वह मुझसे मारपीट करता है. मुझमें पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि वह मुझे जान से मारने की धमकी देता था.”

श्रद्धा ने आगे खुलासा किया था कि आफताब के माता-पिता “जानते हैं कि वह मुझे मारता है और उसने मुझे मारने की कोशिश की.”

श्रद्धा ने पत्र में आगे कहा, “वे यह भी जानते हैं कि हम एक साथ रह रहे हैं और वे सप्ताहांत में हमसे मिलने आते हैं. मैं आज तक आफताब के साथ रहती रही क्योंकि हम जल्द ही शादी करने वाले थे और हमें उसके परिवार का आशीर्वाद था.”

श्रद्धा ने आगे लिखा था कि “मैं अब उसके (आफताब) के साथ रहने के लिए तैयार नहीं हूँ.

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया

स्थानीय मीडिया के अनुसार, तत्कालीन पुलिस जांच अधिकारी वसई पूर्व स्थित उसके किराए के मकान में भी गए थे जहां श्रद्धा और आफताब एक साथ रहते थे, लेकिन उसने (श्रद्धा) ने तब यह कह दिया था कि वो मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहती.

चूंकि उसने (श्रद्धा) अपनी शिकायत को वापस लेने के लिए पहले ही एक पत्र दे दिया था, पुलिस ने कहा कि वे उसे (श्रद्धा) इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस


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