कानपुर के स्कूल में बच्चों के ‘कलमा’ पढ़ने पर हुआ बवाल
कानपुर | कानपुर में ‘फ्लोरेट्स स्कूल’ उस समय विवादों में आ गया जब छात्रों को कथित तौर पर सुबह की प्रार्थना सभा में ‘कलमा’ पढ़ने के लिए कहा गया.
इसको लेकर माता-पिता और कुछ हिंदू संगठनों ने विरोध किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसने मामले में हस्तक्षेप किया और स्कूल से इस प्रथा को रोकने के लिए कहा.
आपको बता दे साल 2003 में स्थापित इस स्कूल में गायत्री मंत्र, गुरुबानी और कलमा सुबह की सभा में पढ़ाया जा रहा है. यहाँ सभी धर्मों की वंदना करना सिखाया जाता है.
यह प्रथा एक दशक से चल रही है लेकिन अचानक दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने इस पर आपत्ति जताई. इसको लेकर उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल छात्रों पर धर्म थोप रहा है.
This is from #Kanpur, #UttarPradesh.
Parents objected to recitation of #Islamic prayer during morning prayer at a school. Pincipal says prayers from all religions are recited. After objection to Islamic prayers, now only #NationalAnthem will be sung. pic.twitter.com/RpCOwb2wnh
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) August 1, 2022
स्कूल के मैनेजर सुमित मखीजा ने कहा कि, “इस विवाद के बाद अब प्रबंधन ने फैसला किया है कि सुबह की सभा के दौरान केवल राष्ट्रगान गया जाएगा”.
प्रिंसिपल ने स्पष्ट किया है, “उनका किसी एक धर्म को बढ़ावा देने का कोई इरादा नहीं है.”
उन्होंने सोमवार को संवाददाओं से कहा, “इस स्कूल में वर्षों से यह प्रथा रही है. स्कूल डायरी में हिंदू, सिख, ईसाई, इस्लाम सहित सभी प्रमुख धर्मों के छंद लिखे हुए हैं. सभी धर्मों को समान सम्मान देने के लिए छंदों को पढ़ना एक अभ्यास के रूप में शुरू किया गया था. अब अचानक, हिंदू समूहों और कुछ माता-पिता ने इसका विरोध किया है.”
आईएएनएस