यशवंत सिन्हा बने विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार
नई दिल्ली | विपक्षी दलों ने मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने संसद एनेक्सी में संयुक्त विपक्षी दलों की बैठक के तुरंत बाद मीडियाकर्मियों से कहा, “हमने (विपक्षी दलों) सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए हमारे उम्मीदवार होंगे।”
बैठक को राकांपा के शीर्ष नेता शरद पवार ने बुलाया था और इसमें कांग्रेस, टीएमसी, समाजवादी पार्टी, भाकपा, माकपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस और राजद के नेताओं ने भाग लिया.
उन्होंने कहा, “सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे और प्रतिष्ठित करियर में, सिन्हा ने विभिन्न क्षमताओं में देश की सेवा की है. एक सक्षम प्रशासक, कुशल सांसद, और एक प्रशंसित केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्री, सिन्हा भारतीय गणराज्य के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक चरित्र और इसके संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए विशिष्ट रूप से योग्य हैं.”
रमेश ने कहा कि, “आदर्श रूप से, सरकार और विपक्ष को सर्वसम्मत से एक उम्मीदवार गणतंत्र के सर्वोच्च पद के लिए चुनना चाहिए. हालांकि, इसके लिए पहल सरकार द्वारा की जानी चाहिए थी लेकिन मोदी सरकार ने इस दिशा में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया.”
इससे पहले, सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उनके नाम को विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए अंतिम रूप दिए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं.
पिछले हफ्ते, विपक्षी दलों ने इसी तरह की बैठक बुलाई थी, जिसमें कई नेता चाहते थे कि राकांपा नेता शरद पवार विपक्षी उम्मीदवार (राष्ट्रपति पद के लिए) हों. हालांकि पवार ने इस पेशकश को ठुकरा दिया था.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को और मतगणना 21 जुलाई को होनी है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)