जबरन वसूली-मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय (enforcement directorate) ने बड़ी कार्यवाही करते हुए, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। देशमुख की गिरफ्तारी कथित जबरन वसूली-मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है।
देशमुख से सोमवार को 13 घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई।
देशमुख, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता है।
सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के दफ़्तर में पंहुचने से पहले, अनिल देशमुख ने कहा था कि वह अपनी मर्ज़ी से प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाज़िर हो रहे है क्योंकि वह कानून का सम्मान करते है।
इस साल मार्च में आईपीएस अधिकारी परम बीर सिंह को मुंबई पुलिस कमिशनर पद से हटा दिया गया था। उन्हें होमगार्ड का डायरेक्टर जनरल बना दिया गया था। इसके बाद परम बीर सिंह की एक चिट्ठी, जो उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम लिखी थी, वो सामने आई थी।
चिट्ठी में सिंह ने दावा किया था कि देशमुख ने गृह मंत्री होते हुए, सचिन वाज़े से हर महीने 100 करोड़ देने की मांग की थी। वाज़े एक बर्खास्त पुलिस अधिकारी है।