आठवीं की छात्रा व व्यवसायी ने संयुक्त अरब अमीरात में फंसे 68 भारतीयों की घर वापसी में की मदद
दुबई | संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रह रही भारतीय छात्रा और व्यवसायी ने कोविड-19 महामारी के कारण वहां फंसे 68 भारतीयों की घर वापसी के लिए उड़ान भरने में मदद की है। गल्फ न्यूज ने शुक्रवार को बताया कि यात्री पूर्वोत्तर के उन 171 भारतीयों में से थे, जिन्हें गुरुवार को दुबई से गुवाहाटी जाने वाली दूसरी सीधी उड़ान में भेजा गया था।
दिल्ली पब्लिक स्कूल शारजाह में ग्रेड 8 की छात्रा अनन्या श्रीवास्तव ने दो यात्रियों के टिकट का भुगतान करने के लिए अपना गुल्लक तोड़ दिया है।
13 साल की भारतीय नागरिक जो यूएई में पैदा हुई, उसने कहा, “जब मैंने स्वयंसेवकों के समूह के बारे में सुना, जो कि लोगों को घर वापस भेजने के लिए पैसा एकत्रित कर रहे थे। तब मैंने भी इन लोगों की मदद करने का निर्णय लिया। लेकिन मैं ये काम खुद करना चाहती थी ना कि अपने पैरेंट्स की मदद से।”
“मैंने अपना गुल्लक तोड़ दिया, जिसमें मैंने 3,000 दिरहम इकट्ठे किए थे। इससे दो टिकटों के लिए भुगतान हो जाएगा।”
इसी बीच दुबई स्थित व्यवसायी और अजमल परफ्यूम ब्रांड के प्रमुख अमीरुद्दीन अजमल ने 66 यात्रियों के टिकट का भुगतान करने के लिए 1 लाख दिरहम दान किए हैं। ये पैसा उन लोगों के लिए है जो घर वापसी के लिए अपनी टिकट का पैसा नहीं दे पा रहे थे।
अजमल के परिवार का कनेक्शन असम से है। उन्होंने कहा, “उत्तर पूर्व के हमारे लोग देश में फंस गए थे..स्वयंसेवकों की प्रामाणिकता जांचने के बाद मैंने और मेरे साथी निवेशकों ने ये कदम उठाया। ऐसा करने का मेरा एकमात्र मकसद है उन लोगों को अपने परिवारों के साथ फिर से मिलकर खुश होते हुए देखना है।”
गल्फ न्यूज के मुताबिक, यूएई में भारतीय दूतावास के अनुसार 4.5 लाख से अधिक लोगों ने प्रत्यावर्तन के लिए पंजीकरण किया हुआ है।
हालांकि सरकार ने अब निजी कंपनियों के चार्टर्ड विमानों को भी इजाजत दे दी है।
आईएएनएस