भारत में H3N2 इन्फ्लुएंजा (Influenza) के 3,038 मामलों की पुष्टि, दो मौतें
नई दिल्ली | शुक्रवार को देश में H3N2 इन्फ्लूएंजा (Influenza) से दो मौतों की पुष्टि हुई. इस वायरस से एक मौत की पुष्टि हरियाणा राज्य ने की और दूसरी मौत की पुष्टि कर्नाटक ने की.
अब तक, देश भर से 3,038 H3N2 इन्फ्लूएंजा के मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, “छोटे बच्चों और वृद्ध लोगों (जो पहले ही किसी बीमारी से ग्रसित हो) के लिए मौसमी इन्फ्लूएंजा खतरनाक हैं. अब तक, कर्नाटक और हरियाणा ने H3N2 इन्फ्लूएंजा से एक-एक मौत की पुष्टि की है.”
मार्च के अंत में ऐसे मामलों में कमी आने की उम्मीद है. मंत्रालय ने कहा कि राज्य निगरानी अधिकारी इस सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
इन्फ्लुएंजा जैसे बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों की निकट वास्तविक समय निगरानी एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा की जाती है.
मंत्रालय ने कहा- “आईडीएसपी-आईएचआईपी (एकीकृत स्वास्थ्य सूचना मंच) पर उपलब्ध नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्यों द्वारा 9 मार्च 2023 तक H3N2 सहित इन्फ्लुएंजा के विभिन्न उपप्रकारों के कुल 3,038 पुष्ट मामलों की सूचना दी गई है. इसमें जनवरी में 1245, फरवरी में 1307 और मार्च में 486 मामले शामिल हैं”.
मौसमी इन्फ्लूएंजा एक तीव्र श्वसन संक्रमण है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है. भारत में हर साल मौसमी इन्फ्लूएंजा के केसेस में दो बार बढ़ोतरी देखी जाती है – एक बार जनवरी से मार्च के बीच और दूसरी बार मानसून के बाद के मौसम में.
क्या है H3N2 वायरस?
H3N2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है जिसे इन्फ्लूएंजा A वायरस कहा जाता है. यह एक श्वसन वायरल संक्रमण है जो हर साल बीमारियों का कारण बनता है.
क्या है इसके लक्षण?
AIIMS-दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इन्फ्लूएंजा के कारण गले में खराश, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने के साथ बुखार आता है. इसके लक्षणों में दस्त, उल्टी और सांस फूलना भी शामिल है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)