2019 में समाजवादी पार्टी से क्यों टूटा था गठबंधन, मायावती ने किया खुलासा
एक बड़ा खुलासा हुआ है. अब पता चला है कि 2019 में सपा-बसपा गठबंधन क्यों टूटा था. दरसअल, इसका खुलासा बसपा प्रमुख मायावती ने किया है.
मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं को बताया है कि 2019 में लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने फोन उठाना बंद कर दिया था जिसकी वजह से गठबंधन तोड़ना पड़ा.
इस बात की जानकारी एक बुकलेट के माध्यम से सामने आई है. यह बुकलेट बहुजन समाज पार्टी की ओर से अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को एक बुकलेट बांटी जा रही है.
बता दे कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इसमें यूपी की 80 सीटों में से सपा ने 37 तो बसपा ने 38 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे. इसके अलावा तीन सीटों पर जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी ने चुनाव लड़ा था. जबकि अमेठी और रायबरेली सीट को कांग्रेस के लिए छोड़ा गया था. इसके बाद सपा को सिर्फ पांच सीटों पर जीत मिली थी, जबकि बसपा 10 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.
मायावती ने दावा किया है कि 2019 में गठबंधन के बावजूद सपा सिर्फ पांच सीटें जीत पाई थी, जबकि बीएसपी ने 10 सीटें जीती थीं. इसीलिए अखिलेश यादव ने हमारा फोन उठाना बंद कर दिया था.