किस मामले में गिरफ्तार हुए है पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान?
नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (जिसे पाकिस्तान में NAB के नाम से जाना जाता है) के आदेश पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तान रेंजर्स (अर्ध सैनिक बल) ने मंगलवार को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के बाहर से गिरफ्तार कर लिया.
अल-कादिर ट्रस्ट केस में जमानत लेने के लिए इमरान खान इस्लामाबाद हाई कोर्ट (IHC) के समक्ष पेश होने आए थे. यह केस उनके (इमरान) खिलाफ NAB ने दर्ज किया था.
عمران خان انسداد دہشت گردی عدالت پہنچ گئے،عمران خان 7 مقدمات میں ضمانت کی درخواست دائر کریں گے#BehindYouSkipper https://t.co/Ri75Xh0weq
— PTI (@PTIofficial) May 9, 2023
हालांकि, इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचने पर, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान को रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया. बाद में उन्हें NAB ऑफिस ले जाया गया.
NAB अधिकारियों के मुताबिक, अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट 1 मई को जारी किया गया था. अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तारी उसी संदर्भ में की गई है. गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए पीटीआई के वकील फैसल चौधरी ने कहा कि जैसे ही खान IHC पहुंचे, बड़ी संख्या में रेंजर्स ने अदालत परिसर को घेर लिया. उन्होंने यह भी कहा कि पीटीआई के वकीलों और समर्थकों पर हमला किया गया और उन्हें मारा गया.
चौधरी ने कहा कि इमरान खान को IHC के बाहर से रेंजर्स ने गिरफ्तार किया गया.
इमरान खान को गिरफ्तार करने के बाद घसीटते हुए लेकर जाया गया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बैरिस्टर अली गौहर ने मीडिया के बात करते हुए कहा कि इमरान खान के सिर पर वार किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि इमरान खान को रेंजर्स धक्का देकर ले गए.
[english subtitles] Barrister Ali Gohar eyewitness account of abduction of Chairman PTI Imran Khan #ReleaseImranKhan pic.twitter.com/87VRjpzNHP
— PTI (@PTIofficial) May 9, 2023
किस मामले में इमरान खान हुए अरेस्ट?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनके करीबी सहयोगी – जुल्फिकार बुखारी और बाबर अवान ने अल-कादिर प्रोजेक्ट ट्रस्ट का गठन किया था. इस ट्रस्ट को बनाने का उद्देश्य था पंजाब के झेलम जिले की सोहावा तहसील में ‘गुणवत्तापूर्ण शिक्षा’ प्रदान करने के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना करना.
दस्तावेजों में ट्रस्ट के कार्यालय का पता “बनी गाला हाउस, इस्लामाबाद” के रूप में उल्लेख किया गया है.
جس لیڈر کو اپنی جان سے زیادہ آپکی آزادی کی فکر ہے، اس کے لیے باہر نکلیں !!#نکلو_خان_کی_زندگی_بچاؤ pic.twitter.com/TKDRYFzL0r
— PTI (@PTIofficial) May 9, 2023
बुशरा बीबी (Bushra Bibi) ने डोनेशन लेने के लिए, 2019 में एक निजी रियल एस्टेट फर्म – बहरिया टाउन के साथ मेमोरेंडम (ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए थे.
बुशरा बीबी ने 2019 में एक निजी रियल एस्टेट फर्म – बहरिया टाउन के साथ एक करार किया था. इसका उद्देश्य था डोनेशन (चंदा) इक्कठा करना.
ट्रस्ट ने अपने सौदे के हिस्से के रूप में बहरिया शहर में 458 कनाल, 4 मरला और 58 वर्ग फुट की भूमि प्राप्त की.
पाकिस्तान के वर्तमान आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह के अनुसार, इस 458 कनाल भूमि में से इमरान खान ने अपना हिस्सा तय किया और दान की गई 240 कनाल भूमि बुशरा बीबी की करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर ट्रांसफर कर दी.
This is not a time for despondency. @ImranKhanPTI has no room for defeatism.
Get strength from the example of the great man. Look how calmly he sits through the mayhem created by the goons who’ve come to abduct him.
He stands taller as they fall lower.
#نکلو_خان_کی_زندگی_بچاؤ pic.twitter.com/EnEWsalZpg
— Javed Hassan (@javedhassan) May 9, 2023
इन आरोपों के बाद, पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने ट्वीट किया कि इमरान खान ने रियल एस्टेट टाइकून मलिक रियाज को लगभग 190 मिलियन पाउंड दिए, जिन्हें बाद में ब्रिटिश अधिकारियों को यह राशि देनी पड़ी ताकि यह जांच की जा सके कि यह पैसा पाकिस्तान की किसी आय से था या नहीं.
मलिक रियाज ने एक ट्रस्ट को सैकड़ों एकड़ जमीन भी दान की, जिसके सदस्य इमरान खान, बुशरा बीबी और फराह गोगी थे. लेकिन आलोचकों के अनुसार, ट्रस्ट को 2021 में अल-कादिर विश्वविद्यालय नामक एक निर्माणाधीन संस्थान के लिए दान के नाम पर लाखों मिले. इस संस्थान का उद्घाटन 5 मई, 2019 को खान द्वारा किया गया था.
यह घोटाला तब सामने आया जब पाकिस्तान के मीडिया ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा 180 मिलियन पाकिस्तानी रुपये प्राप्त किए गए थे, जबकि रिकॉर्ड में लगभग 8.52 मिलियन पाकिस्तानी रुपये का खर्च दिखाया गया था.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)