Adani की शेल कंपनी में 20 हजार करोड़ का निवेश किसका? राहुल गांधी का गौतम अडानी पर बड़ा हमला

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नई दिल्ली | कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई थी. अब इस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है. राहुल ने कहा कि उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता और वो अपना काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी ही अडानी है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को एक प्रेसवार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, “चाहे मुझे सदस्यता मिले या न मिले, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता, मैं अपना काम करता रहूंगा. मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मैं सदन के बाहर हूं और या अंदर हूं. मैं देश के लिए लड़ता रहूंगा”.

उन्होंने कहा, “राहुल गांधी सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगता. मैंने दो बार लोक सभा स्पीकर को पत्र लिखकर सदन में बोलने की मांग की.. पर मुझे मौका नहीं मिला.. बीजेपी अडानी को क्यों बचा रही है? आप इसलिए बचा रहे हो क्योंकि आप ही अडानी हो”.

राहुल गांधी ने कहा, “गौतम अडानी पर मेरे अगले भाषण से मोदी जी डरे हुए हैं और मैंने यह (डर) उनकी आंखों में देखा है. इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान भटकाया गया, उसके बाद मुझे अयोग्य घोषित कर दिया गया.”

राहुल गांधी ने कहा, “देश में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है. संसद में मंत्रियों ने मेरे खिलाफ झूठ बोला. संसद से मेरे भाषणों को हटा दिया गया. मैं सवाल पूछना नहीं बंद करूंगा, मैं डरने वाला नहीं हूं.”

उन्होंने कहा, “मैंने संसद में यह सवाल पूछा कि अडानी की शेल कंपनी में 20 हजार करोड़ किस ने इन्वेस्ट किया है. यह रकम किस की है. मैंने संसद में बताया कि पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या रिश्ता है. मीडियो रिपोर्ट्स के हवाले से मैंने सबूत भी दिए.”

उन्होंने कहा, “ये पूरा ड्रामा पीएम मोदी और अडानी के बीच के रिश्ते को दबाने के लिए किया गया है. मैं जानना चाहता हूं कि अडानी का रिश्ता क्या है. इन दोनों के बीच में एक गहरा रिश्ता है”.

उन्होंने कहा, “जनता जानती है कि अडानी एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं और देश जानना चाहता पीएम मोदी उन्हें क्यों बचा रहे हैं. मैं पीएम पर सवाल नहीं उठा रहा है, मेरा सवाल अडानी से है. अडानी ही मोदी हैं.”

गौरतलब है कि राहुल गांधी को गुजरात की अदालत द्वारा वर्ष 2019 के ‘मोदी उपनाम’ मानहानि मामले में दोषी करार दिए जाने और उन्हें दो वर्ष कैद की सजा सुनाए जाने की वजह से अब उनकी संसद की सदस्यता खत्म हो गई है.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)


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