बांग्लादेश संकट पर क्या बोली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी?
कोलकाता | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों से बांग्लादेश में चल रही अशांति और सत्ता परिवर्तन के बीच शांति बनाए रखने की अपील की है.
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस संबंध में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लिए गए फैसले का समर्थन करेगी.
बांग्लादेश के घटनाक्रम पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर प्रतिक्रिया देना विदेश मंत्रालय का काम है. भारत सरकार इस बात पर फैसला करेगी कि बांग्लादेश मुद्दे को कैसे निपटा जाए और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील की जाएगी कि वे भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें.
उन्होंने कहा, “यह दो देशों के बीच का मामला है. केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी हम उसका समर्थन करेंगे.”
बांग्लादेश में एक महीने से चल रहा विरोध प्रदर्शन पिछले महीने हिंसक हो गया था. सरकार विरोधी प्रदर्शन में अब तक कम से कम 300 लोग मारे जा चुके हैं.
रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से अधिक लोगों की मौत और 1,000 से अधिक लोगों के घायल होने के बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने इस्तीफा दे दिया.
बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक अखबार – ‘द डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार, “सरकार विरोधी प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या सिर्फ तीन हफ्तों में 300 के पार चली गई है.”
छात्रों के नेतृत्व वाले इस आंदोलन ने पिछले कई हफ्तों से प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर काफी दबाव डाला हुआ था.
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त किया जाए.
बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने इस आरक्षण को घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया था. इसके बाद छात्र नेताओं ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया था. लेकिन प्रदर्शनकारी छात्र तब भड़क गए जब बांग्लादेश की सरकार ने उनके गिरफ्तार साथियों को रिहा करने से मना कर दिया. इसके बाद छात्र फिर से हिंसक प्रदर्शन पर उतर आए और इस बार उनकी मांग थी कि प्रधानमंत्री हसीना इस्तीफा दे.
आईएएनएस/हिंदी पोस्ट वेब डेस्क