केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को दिया जवाब, कहा- “हमारे देश के …..”
नई दिल्ली | केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को जवाब दिया है. रिजिजू ने नाइक को अपने जवाब में कहा है कि निर्दोष मुसलमानों को गुमराह न करे.
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दरअसल, जाकिर नाइक के उस सोशल मीडिया पोस्ट का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने (नाइक) मुसलमानों से “भारतीय वक्फ संपत्तियों को बचाने और वक्फ संशोधन विधेयक को स्वीकार नहीं करने” की अपील की थी.
जाकिर नाइक ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “यह भारत के मुसलमानों के लिए एक जरूरी अर्जेंट कॉल है कि वे इस बुराई को रोकें, जो वक्फ की पाकीजगी के खिलाफ है और इस्लामी संस्थाओं के भविष्य पर बुरा असर डालती है. अगर हम इस विधेयक को पारित होने देंगे, तो हम अल्लाह के अजाब और आने वाली पीढ़ियों की बद्दुआ झेलेंगे. बुराई को रोकें या इस जिंदगी और परलोक में इसके दायित्व को भुगतें, वक्फ संशोधन विधेयक को अस्वीकार करें!”
जाकिर नाइक ने इस दौरान एक हदीस का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया है, “अगर लोग कोई बुराई देखते हैं लेकिन उसे नहीं बदलते, तो जल्द ही अल्लाह उन सभी पर अपनी सजा भेजेगा.”
उन्होंने आगे लिखा कि भारत के करीब 50 लाख मुसलमानों को वक्फ संशोधन विधेयक को नकारना चाहिए. भारत के मुसलमानों के रूप में, अगर हम मुस्लिम वक्फ संपत्तियों को उम्माह से छीने जाने से नहीं रोक पाते हैं, तो हमें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा.
किरेन रिजिजू ने इस ‘हस्तक्षेप’ और विदेशी ताकतों द्वारा भारतीय मामलों में दखलंदाजी के प्रयासों पर कड़ी आपत्ति जताई और इस्लामी उपदेशक को झूठा प्रचार करने के खिलाफ चेतावनी दी.
रिजिजू ने जाकिर की पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “कृपया हमारे देश के निर्दोष मुसलमानों को गुमराह न करें. भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोगों को अपनी राय रखने का अधिकार है.”
उल्लेखनीय है कि वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार लाने के उद्देश्य से लाए गए वक्फ संशोधन विधेयक पर वर्तमान में संयुक्त संसदीय समिति द्वारा चर्चा और विचार-विमर्श किया जा रहा है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस