थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर्स के साथ दिल्ली मेट्रो, मॉल लोगों के लिए तैयार
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच भले ही सरकार ने मेट्रो सेवाओं को शुरू नहीं किया है लेकिन दिल्ली मेट्रो इस बात पर फोकस कर रही है कि परिचालन के दौरान सोशल डिस्टेसिंग कैसे बनाए रखा जाएगा, सिग्नल टेस्टिंग और ट्रायल खूब कर रही है। इस बीच, एनसीआर क्षेत्र में नॉन-कन्टेनमेंट जोन में आठ जून से मॉल खोलने की अनुमति मिलने के बाद कई मॉल ने भी अपनी योजना बनानी शुरू कर दी है।
आईएएनएस को पता चला है कि दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों में यात्रियों की काफी कम संख्या को प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी और डिब्बों में वहन क्षमता 50 प्रतिशत होगी। सभी मेट्रो स्टेशनों और उनके एलीवेटर का परीक्षण किया जा रहा है और सिग्नलों का परीक्षण किया जा रहा है, एक बार मंजूरी मिल जाने के बाद के बाद, यात्रियों का डीएमआरसी के दायरे में आने वाले प्रत्येक मेट्रो स्टेशन पर थर्मल स्कैनर से जांच किया जाएगा। उन्हें केवल तभी आगे बढ़ने दिया जाएगा जब उन्हें बुखार नहीं होगा। छींक या खांसी जैसे लक्षणों वाले भी किसी भी यात्री को दिल्ली मेट्रो द्वारा यात्रा करने से रोक दिया जाएगा।
एक बार अंदर जाने के बाद, प्रत्येक स्टेशन के फर्श पर स्टिकर लगाए गए हैं, विशेष रूप से टिकट संग्रह काउंटर और एस्केलेटर से आगे, ताकि प्रत्येक व्यक्ति अपने आगे और पीछे मौजूद शख्स से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखे। स्टिकर पीले और लाल रंग में होंगे, और उस पर ‘कृपया यहां खड़े रहें’ लिखा होगा। यहां तक कि कोच के अंदर भी, सीटों को चिह्न्ति किया गया है, जहां कोई भी बैठ नहीं सकता है, जिससे सामाजिक दूरी बनाए रखने में मदद मिलेगी।
एनएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि हवाईअड्डों की तरह मेट्रो यात्रियों से भी मेटल सामानों और पर्स को उनके कैरी बैग या अलग ट्रे में रखने का अनुरोध किया जा सकता है। अगर किसी के पास स्मार्ट फोन नहीं होने के कारण आरोग्यसेतु एप डाउनलोड नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है, उसे 1921 पर कॉल करने के लिए कहा जाएगा और दूसरी तरफ से उससे कुछ सवाल पूछे जायेंगे, संतोषजनक होने पर उसे यात्रा की अनुमति दे दी जाएगी।
सीआईएसएफ कर्मी और मेट्रो के सिक्योरिटी गार्ड दोनों बड़े स्टेशनों जैसे, राजीव चौक, मंडी हाउस, हुडा सिटी सेंटर, नोएडा बोटेनिकल गार्डन, केंद्रीय सचिवालय पर तैनात रहेंगे।
जहां मेट्रो परिचालन शुरू करने को लेकर फैसला तीसरे चरण में लिया जाएगा, वहीं, मॉल 8 जून से खुल जाएंगे और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एसओपी आना हालांकि अभी बाकी है, लेकिन इस संबंध में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
नोएडा के लॉजिक्स सिटी सेंटर मॉल में काम करने वाले एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि इसकी शुरुआत थर्मल स्क्रीनिंग और गेट पर हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराने के साथ होगी।
नोएडा के एक अन्य मॉल ने कहा कि यह सोमवार से अपने स्टाफ और सिक्योरिटी के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा, ताकि वे खुद नियमों का पालन करने के साथ ही आने वालों के द्वारा भी नियमों का पालन किया जाना सुनिश्चित कर सकें।
आईएएनएस