इन दो अधिकारियों को चुनाव आयुक्त के पद के लिए चुना गया, कांग्रेस नेता ने दी जानकारी
नई दिल्ली । ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू को देश का अगला चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है.
चुनाव आयोग की तरफ से इन दो नामों की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को मीडिया को इस फैसले के बारे में जानकारी दी और इस फैसले पर अपनी असहमति जताई.
बैठक से बाहर निकलकर मीडिया से मुखातिब होते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के नाम पर चयन समिति ने मुहर लगा दी है.
चुनाव आयुक्त के चयन के लिए चयन समिति की बैठक के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “उनके (सरकार) पास (चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करने वाली समिति में) बहुमत है.
कांग्रेस नेता ने कहा, “मैं कल रात दिल्ली पहुंचा और बैठक आज दोपहर को होनी थी. मुझे 212 नाम (चुनाव आयुक्त के IAS अधिकारियों के नाम) दिए गए थे. मुझे इन नामों पर गौर करना था पर एक दिन में इतने सारे उम्मीदवारों के बारे में जानकारी नहीं की जा सकती. फिर बैठक से पहले छह शॉर्टलिस्ट किए गए नाम मुझे दिए गए. बहुमत (चुनाव आयुक्तों को चुनने वाले समिति में बहुमत) उनके साथ है, इसलिए उन्होंने उन उम्मीदवारों को चुना जिन्हें वे चुनना चाहते थे.”
बता दें कि दोनों नौकरशाहों को चुनाव आयुक्त बनाने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत पैनल ने लिया है. पीएम मोदी के अलावा इस पैनल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी भी थे. अधीर रंजन चौधरी ने चयन समिति में सीजेआई (चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया) की जगह एक केंद्रीय मंत्री को शामिल करने वाले कानून को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला.
उन्होंने कहा कि इस समिति में भारत के चीफ जस्टिस को भी शामिल होना चाहिए था. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जिस पैनल ने चुनाव आयुक्त का नाम तय किया गया है, उसमें सरकार बहुमत में है. ऐसे में जो वे चाहेंगे वही होगा.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस