संजय सिंह के नेतृत्व वाले भारतीय कुश्ती महासंघ को खेल मंत्रालय ने किया निलंबित
मोदी सरकार ने कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया है. हाल ही में बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष चुने गए थे. इस चुनाव में पहलवान अनीता श्योराण हार गई थी.
संजय सिंह की जीत के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया था. उन्होंने कहा था कि बृजभूषण जैसा ही कोई दूसरा अब कुश्ती संघ का अध्यक्ष बन गया है. इसलिए वो संन्यास ले रही है.
संजय सिंह के चुने जाने के बाद बजरंग पूनिया ने भी प्रधानमंत्री आवास के सामने अपना पद्मश्री रख दिया था और एक चिट्ठी भी लिखी थी. वही गूंगा पहलवान के नाम से मशहूर पहलवान वीरेंदर सिंह ने भी अपने पुरस्कार लौटने की बात कही थी.
तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच, केंद्र सरकार ने रविवार को कुश्ती संघ को सस्पेंड कर दिया. साथ ही संजय सिंह द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर भी रोक लगा दी है. खेल मंत्रालय ने अगले आदेश तक किसी भी तरह की गतिविधि पर रोक लगा दी है.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में, खेल मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की घोषणा जल्दबाजी में की गई और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया.
मंत्रालय ने हवाला दिया कि नवनिर्वाचित निकाय के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने 21 दिसंबर को घोषणा की कि जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं इस साल के अंत से पहले शुरू होंगी. मंत्रालय ने बताया कि यह नियमों के खिलाफ है और कम से कम 15 दिन के नोटिस की जरूरत है ताकि पहलवान तैयारी कर सकें.
खेल मंत्रालय ने आगे कहा कि इन फैसलों से नए अध्यक्ष की मनमानी दिखाई देती है, जो सिद्धांतों के खिलाफ है और पारदर्शिता से रहित हैं. निष्पक्ष खेल, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए नियमों का पालन महत्वपूर्ण है. एथलीटों, हितधारकों और जनता के बीच विश्वास बनाना महत्वपूर्ण है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क