कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा – “मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिन्हें राम मंदिर और राम से नफरत है”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें लगता है कि कांग्रेस में कुछ नेता हैं, जिन्हें राम से नफरत है. इन नेताओं को हिंदू शब्द से नफरत है. ये हिंदू धार्मिक गुरुओं का अपमान करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि ये लोग नहीं चाहते कि उनकी पार्टी में कोई हिंदू गुरु हो. लेकिन हो सकता है कांग्रेस को हिंदुओं के समर्थन की जरूरत ना हो या किसी हिंदू धर्म गुरू को स्टार प्रचारक बनाने का जो मकसद होता है उन्हें उसमें कोई कमी नजर आ रही हो. ये पार्टी का निर्णय है.
उन्होंने कहा कि जो राम से नफरत करता हो, वो हिंदू नहीं हो सकता. राम मंदिर को रोकने के जो प्रयास हुए हैं उसे सारी दुनिया जानती है. राम से नफरत कौन करता है और राम के प्रति श्रद्धा किसकी है? मुझे नहीं लगता कि इस रहस्य पर कोई परदा है. पार्टी का हिस्सा होने का मतलब ये नहीं है कि सच को सच और झूठ को झूठ न कहा जाए. मैंने महसूस किया है कि कांग्रेस में कुछ ऐसे नेता हैं जिन्हें राम मंदिर से ही नहीं राम से भी नफरत है.
उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की कोई पहचान नहीं है. पूरे विपक्ष और इंडिया गठबंधन में प्रियंका गांधी से अधिक लोकप्रिय नेता नहीं है. अगर कांग्रेस नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर देना चाहते हैं तो प्रियंका गांधी को PM पद का उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए.