लखनऊ | उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड और किसान बिल के खिलाफ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन व्रत रखकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मौके पर मौजूद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को शांत कराकर हटाने का प्रयास किया। लेकिन वह नहीं मानें, इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। सपाई फिर सड़कों पर आ गए और नारेबाजी करने लगे। हालात नियंत्रण से बाहर होते देख पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने का प्रयास किया। इस दौरान दो सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 2, 2020
सपा के सभी विधायक और एमएलसी पार्टी कार्यालय पर जुटे और पैदल मार्च शुरू किया। इस दौरान राजभवन चौराहे पर उन्हें पुलिस ने रोक दिया। उधर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर गांधी प्रतिमा की तरफ सपा विधायकों के हो रहे मार्च को रोक दिया। इस दौरान नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की काफी देर तक पुलिस से नोकझोंक होती रही।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 2, 2020
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री चौराहे में भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई थी। वहीं प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए विक्रमादित्य मार्ग बंद करा दिया गया। इस दौरान राजभवन जाने वाली सड़क को भी बंद कर दिया गया था।
समाजवादी पार्टी के सभी विधायक पहले राज भवन चौराहे पर धरने पर बैठे थे। कई घंटे की धक्का-मुक्की के बाद सभी विधायक हिरासत में लिए गए। इसके बाद इन्हें इको पार्क भेज दिया गया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी हिरासत में लिए गये। वहीं कई कार्यकर्ता लाठीचार्ज में घायल हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल पूर्व विधायक इंदल रावत को भी हिरासत में लिया। सपाइयों का कहना है कि प्रदेश में जंगलराज है। कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है।
आईएएनएस