जानिए क्यों अफ़ग़ानिस्तानी लोग पाकिस्तान के खिलाफ सड़को पर उतर आए और किया प्रदर्शन
नई दिल्ली | हज़ारो की संख्या में अफ़ग़ानिस्तानी पुरुष और महिलाएं काबुल की सड़कों पर उतर आए और पाकिस्तान के खिलाफ जम कर नारेबाजी की| उन्होंने दावा किया है कि पंजशीर प्रांत में पाकिस्तान के विमानों ने हवाई हमले किए हैं।
पंजशीर वह प्रान्त है जहाँ तालिबान और नॉर्थेर्न रेजिस्टेंस अलायन्स के लड़ाकों के बीच भीषण लड़ाई जारी है| पंजशीर एक मात्र ऐसा राज्य है अफ़ग़ानिस्तान का जो तालिबान के नियंत्रण में नहीं है।
पाकिस्तान ने तालिबान के समर्थन में पंजशीर में हवाई हमले किये| पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान कि सरकार बनवाना चाहता है और वह नॉर्थेर्न रेजिस्टेंस के खिलाफ है। वही नॉर्थेर्न रेजिस्टेंस के लड़ाके भी तालिबान का अधिपत्य स्वीकार करने को तैयार नहीं है
अफ़ग़ान लोग काबुल में पाकिस्तानी दूतावास के गेट पर जमा हो गए हैं और कहा है कि वे अफगानिस्तान में कठपुतली सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और एक समावेशी सरकार की मांग करते है।
Protest in Kabul – with around 1,000 men and women gathered. Chanting slogans against Pakistan, alleging they supported the Taliban in Panjshir… many mentioning the ISI chiefs visit… some also demanding women’s rights. Taliban fighters present too. pic.twitter.com/iOxDsyDpeR
— Secunder Kermani (@SecKermani) September 7, 2021
खामा न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पंजशीर प्रांत में प्रतिरोध मोर्चे के सह-नेता अहमद मसूद के एक वॉयस क्लिप में अफगानिस्तान के लोगों से अपील की गई कि वह तालिबान के खिलाफ एकजुट हो|
प्रदर्शनकारी ‘पाकिस्तान को मौत’ के नारे लगा रहे थे और पाकिस्तानी दूतावास के स्टाफ को अफगानिस्तान छोड़ने के लिए कहा।
काबुल में प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाए गए नारों में से थे, “आजादी”, “अल्लाह अकबर”, “हम कैद नहीं चाहते”।
तालिबान लड़ाकों ने कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की लेकिन वे अभी भी विरोध कर रहे थे।
इस बीच बल्ख और दाइकुंडी प्रांतों में भी लोग सड़कों पर उतर आए और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की।
पंजशीर प्रांत में हवाई हमले पर ईरान ने भी प्रतिक्रिया दी है और देश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात की जांच करने को कहा है कि उन्होंने विदेशी जेट विमानों का हस्तक्षेप क्या कहा।
आईएएनएस