बांग्लादेश में बिगड़े हालात: प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छोड़ा देश, तीन हफ्तों में 300 से ज्यादा लोगों की मौत, सेना …., VIDEO
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. अब देश को चलाने के लिए अंतरिम सरकार बनाई जाएगी. सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान ने सोमवार दोपहर को यह घोषणा की.
राष्ट्र के नाम एक टीवी संबोधन में जनरल वाकर-उज-जमान ने नागरिकों से बांग्लादेश की सेना पर भरोसा बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि सेना सुनिश्चित करेगी कि शांति बहाल हो.
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे.
इससे पहले कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि शेख हसीना बांग्लादेश छोड़ कर किसी ‘सुरक्षित स्थान’ के लिए रवाना हो गई है. ऐसा तब हुआ जब हसीना के ढाका स्थित आधिकारिक आवास में सैकड़ों प्रदर्शनकारी घुस आए.
ऐसी खबर थी कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई, वही 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए.
तानाशाही जब तक चलती है तब तक सिस्टम पैरो में झुका रहता है। मीडिया कसीदे पढ़ती है। समर्थक भक्त बने रहते है। लेकिन जिस दिन पानी गले तक पहुंचता है उस दिन तानाशाह को इस्तीफा ही नहीं देश छोड़कर भागना पड़ता है। सदियों का इतिहास इस सच्चाई का गवाह हैं। #SheikhHasina pic.twitter.com/SquhwovCna
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) August 5, 2024
बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक अखबार – ‘द डेली स्टार’ की रिपोर्ट के अनुसार, “सरकार विरोधी प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या सिर्फ तीन हफ्तों में 300 के पार चली गई है.”
छात्रों के नेतृत्व वाले इस आंदोलन ने पिछले कई हफ्तों से प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर काफी दबाव डाला हुआ था.
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त किया जाए.
बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने इस आरक्षण को घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया था. इसके बाद छात्र नेताओं ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया था. लेकिन प्रदर्शनकारी छात्र तब भड़क गए जब बांग्लादेश की सरकार ने उनके गिरफ्तार साथियों को रिहा करने से मना कर दिया. इसके बाद छात्र फिर से हिंसक प्रदर्शन पर उतर आए और इस बार उनकी मांग थी कि प्रधानमंत्री हसीना इस्तीफा दे.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस