प्रधानमंत्री ने की पूरे श्रीलंका में आपातकाल की घोषणा, राष्ट्रपति ने देश छोड़ा
कोलंबो | श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को देश के पश्चिमी प्रांत में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगाने और पूरे देश में आपातकालीन कानून लागू करने का आदेश दिया है. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों को दंगा भड़काने वाले लोगों को गिरफ्तार करने का भी आदेश दिया है.
गाले फेस ग्रीन जो इस समय विरोध का मुख्या स्थल बना हुआ है से 20 मिनट की पैदल दूरी पर हजारों प्रदर्शनकारी राज्य की राजधानी कोलंबो में फ्लावर रोड पर प्रधानमंत्री कार्यालय में जबरदस्ती घुस गए.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, विक्रमसिंघे ने कहा था कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के जाने के बाद सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनने के बाद वह पद छोड़ देंगे.
🚨Breaking: Sri Lanka declares a state of emergency as thousands mob the prime minister’s office after the country’s president fled to the Maldives, following months of widespread protests over the economic crisis. pic.twitter.com/6sEZ00bAZc
— Real Mac Report (@RealMacReport) July 13, 2022
लेकिन कई श्रीलंकाई लोग चाहते हैं कि प्रधानमंत्री तुरंत अपना पद छोड़ कर चले जाए.
बीबीसी ने बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि एक बार राजपक्षे के जाने के बाद, श्रीलंका के संविधान के तहत, विक्रमसिंघे 30 दिनों के लिए कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाएंगे.
प्रदर्शनकारी बुद्धि प्रबोध करुणारत्ने ने पहले रॉयटर्स को बताया, “अगर हमें बुधवार शाम तक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बारे में सुनने को नहीं मिलता है, तो हमें वापस इकट्ठा होकर संसद या किसी अन्य सरकारी भवन पर कब्जा करना पड़ सकता है.”
“हम गोटा-रानिल सरकार (राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री) के सख्त खिलाफ हैं. दोनों को जाना होगा”
आईएएनएस