नक्सली संगठन पीएलएफआई ने भाजपा नेता से रंगदारी में मांगी दस AK-47 राइफल
रांची | झारखंड में प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) अब रंगदारी में एके-47 जैसे हथियार की डिमांड कर रहा है. इस संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप ने कारोबारी और भाजपा रांची महानगर जिला के महामंत्री बलराम सिंह से 10 एके-47 राइफल की मांग की है. राइफल नहीं देने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी है. इस संबंध में बलराम सिंह ने गोंदा थाने में 19 मई को दिनेश गोप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
बता दें कि पीएलएफआई का सुप्रीमो दिनेश गोप रांची, खूंटी, गुमला, हजारीबाग, सिमडेगा, लोहरदगा सहित कई जिलों में आतंक का पर्याय बना हुआ है. उस पर झारखंड पुलिस ने 25 लाख और एनआईए ने 5 लाख का इनाम भी घोषित कर रखा है. पिछले हफ्ते झारखंड पुलिस की एक टीम ने दिनेश गोप के मां-पिता के घर पर पहुंचकर उनसे कहा था वे उसे सरेंडर करने को कहें.
बहरहाल, भाजपा नेता को धमकी के मामले में आईपीसी की धारा 385 और 387 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस फोन करने वाले के मोबाइल नंबर की पड़ताल कर रही है. धमकी मिलने के बाद बलराम सिंह को बॉडीगार्ड मुहैया करा दिया गया है.
दर्ज प्राथमिकी में बलराम सिंह ने बताया है कि 18 मई को जब वे भाजपा महानगर कार्यालय में अपने सहयोगी पदाधिकारियों के साथ बैठकर संगठन कार्य में लगे हुए थे, तभी 1 बजकर 52 मिनट पर उन्हें एक फोन कॉल आया. फोन करने वाले ने कहा कि वह पीएलएफआई संगठन का सुप्रीमो दिनेश गोप बोल रहा है. उसने काफी देर तक फोन पर बात की. उसने कहा कि आप संगठन को क्या मदद कर सकते हैं? पहली बार आपको फोन कर के मदद के लिए बोल रहे हैं.
बलराम सिंह ने कहा कि वे इतने पैसे वाले नहीं कि उसकी मदद कर सके. इस पर फोन करने वाले ने कहा कि आप काफी जमीन का काम कर चुके हैं. मदद तो करनी ही होगी. जब बलराम सिंह ने फोन करने वाले से पूछा कि क्या मदद करनी होगी, तो उसने कहा कि हम लोग लड़ने वाले आदमी हैं. आप 10 AK-47 दे दीजिये. अगर नहीं भिजवाते हैं तो इसका अंजाम बुरा होगा. जिस वक्त फोन आया उस समय भाजपा महानगर कार्यालय में कई लोग मोबाइल के स्पीकर पर इस धमकी भरे फोन कॉल को सुन रहे थे. इस धमकी भरे कॉल को बलराम सिंह ने रिकॉर्ड किया है, जिसे पुलिस को उपलब्ध कराया गया है.
आईएएनएस