सोनिया गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस….., क्या है यह मामला?

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31 जनवरी को बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था. इसके बाद जब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से पत्रकारों ने राष्ट्रपति के संबोधन पर प्रतिक्रिया मांगी थी तो उन्होंने कहा था, “राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं, वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही थीं, बेचारी.”

अब इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने सोनिया गांधी के खिलाफ संसद में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया है. भाजपा ने सोनिया गांधी पर राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया और उनके बयान को अपमानजनक करार दिया.

बीजेपी सांसदों ने राज्यसभा सभापति को पत्र लिखते हुए कहा, “यह बयान न केवल आदिवासी समुदाय बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए अपमानजनक है. सोनिया गांधी को इस पर जवाबदेही तय करनी चाहिए और उनके खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए.”

राष्ट्रपति भवन ने सोनिया गांधी की इस टिप्पणी को अस्वीकार्य बताया था और कहा था कि राष्ट्रपति मुर्मू थकी हुई नहीं थीं.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क


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