इस्तीफा देने के बाद, सिसोदिया ने केजरीवाल को लिखा पत्र
नई दिल्ली | दिल्ली के गिरफ्तार मंत्रियों – उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. सिसोदिया के इस्तीफे पत्र से पता चला है कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को बताया कि “मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) हैं जो भाजपा के असली निशाने पर हैं, न कि मैं.”
सिसोदिया के पास पास वित्त और शिक्षा सहित कुल 18 विभाग थे. वह स्वास्थ्य का प्रभार भी संभाल रहे थे. केजरीवाल ने उनका इस्तीफा मंगलवार शाम को स्वीकार कर लिया.
सिसोदिया ने केजरीवाल को लिखे अपने त्याग पत्र में कहा, “मैं और मेरा भगवान जानते हैं कि मेरे खिलाफ लगाए गए ये सभी आरोप फर्जी हैं और अरविंद केजरीवाल की सच्चाई की राजनीति से डरने वाले कायरों द्वारा रची गई साजिश से ज्यादा कुछ नहीं है. मैं उनका निशाना नहीं हूं, लेकिन आप (केजरीवाल) हैं.”
उन्होंने कहा, “ऐसा इसलिए है क्योंकि आज सिर्फ दिल्ली के लोग ही नहीं, बल्कि पूरा देश आपको (केजरीवाल) एक ऐसे नेता के रूप में देखता है, जिसके पास भारत के लिए एक विजन है, जो लोगों के जीवन में बदलाव ला सकता है. आज अरविंद केजरीवाल आर्थिक संकट, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं से जूझ रहे देश भर के करोड़ों लोगों की आंखों में उम्मीद के प्रतीक बन गए हैं. लोग जानते हैं कि अन्य नेताओं के विपरीत केजरीवाल जो कहते हैं वह करते हैं.”
सिसोदिया ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ कई FIR दर्ज की गई हैं और अभी आगे और भी दर्ज होंगी.
केजरीवाल से अपने जुड़ाव के बारे में बात करते हुए सिसोदिया ने कहा, “उन्होंने मुझे आपको (अरविंद केजरीवाल) छोड़ने के लिए मजबूर करने की बहुत कोशिश की. उन्होंने मुझे धमकी भी दी और मुझे लालच भी दिया. जब मैं उनके सामने नहीं झुका, तो उन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया और मुझे जेल में डाल दिया. उनकी जेलों से मैं नहीं डरता. सच्चाई की राह पर लड़ते हुए जेल जाने वाला मैं दुनिया का पहला शख्स नहीं हूं.”
उन्होंने आगे लिखा, “मैंने दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में ईमानदारी से काम किया है. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों की दुआएं मेरे साथ हैं. उनके माता-पिता का प्यार मेरे साथ है और सबसे बड़ी बात यह है कि मेरे पास उन हजारों शिक्षकों का आशीर्वाद है, जिन्होंने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी.”
सिसोदिया ने दावा किया कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे साबित होंगे और समय के साथ सच सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा, “लेकिन अब जब उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं और झूठे और निराधार आरोपों के तहत साजिश रचकर मुझे जेल में डाल दिया है, तो मेरी इच्छा है कि मुझे अब मंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए.”
पत्र में आगे लिखा, “आपके (केजरीवाल के) नेतृत्व में दिल्ली सरकार में मंत्री बनना और दिल्ली की जनता के लिए काम करना अपने आप में बड़े सौभाग्य और गर्व की बात है, लेकिन फिलहाल मैं इस पत्र के माध्यम से आपको अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं. मैं आपसे मेरा इस्तीफा स्वीकार करने और मंत्री पद की जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध करता हूं.”
आईएएनएस