निक्की यादव मर्डर केस: क्या हुआ था उस रात?
नई दिल्ली | 23 वर्षीय निक्की यादव और उसका कथित हत्यारा साहिल गहलोत शहर (दिल्ली) से भागने की योजना बना रहे थे. वे निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन भी गए, लेकिन उन्हें गोवा के लिए टिकट नहीं मिली. यह तथ्य जांच के बाद सामने आया है. एक अधिकारी के अनुसार, “नौ फरवरी की रात, मित्रांव गांव निवासी आरोपी गहलोत युवती से मिलने उसके उत्तम नगर स्थित आवास पर गया. यहां निक्की अपनी छोटी बहन के साथ रहती थी.”
अधिकारी ने कहा, “गहलोत वहां दो-तीन घंटे रुका और बाद में दोनों (साहिल गहलोत और निक्की) निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन गए. लेकिन गोवा का टिकट नहीं मिल पाने के कारण, उन्होंने अपना प्लान बदल दिया. वो हिमाचल जाने के लिए राजी हो गए और आईएसबीटी, कश्मीरी गेट पहुंच गए.”
एक सूत्र ने कहा, “दोनों जब आईएसबीटी पहुंचे, तो उनके बीच बहस शुरू हो गई. इसी बीच गहलोत के पास उसके घर से लगातार फोन आ रहा था. बहस बढ़ने पर वह हिंसक हो गया”.
10 फरवरी को सुबह करीब 8 बजे उसने कार के अंदर मोबाइल की डेटा केबल से निक्की का गला घोंट दिया.
हत्या कश्मीरी गेट क्षेत्र के पास की गई थी. बी.फार्मा स्नातक गहलोत शव के साथ मित्राओं गांव के पास लगभग 45 किमी दूर अपने ढाबे तक गया, जहां उसने शव को एक रेफ्रिजरेटर में छुपा दिया और अपने घर के लिए निकल गया.
आरोपी द्वारा किए गए खुलासे को पुलिस द्वारा सत्यापित किया जाना बाकी है और जांच दल पूरे मार्ग के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रहा है.
आईएएनएस