ओलंपिक (महिला मुक्केबाजी) : मैरी कोम प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं
टोक्यो | लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की दिग्गज महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कोम ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक फ्लाईवेट कटेगरी में पहली बाधा आसानी से पार कर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। छह बार की विश्व चैम्पियन मैरी कोम ने कोकुजिकाम एरेना में राउंड ऑफ 32 मुकाबले में डोमिनिकन गणराज्य की मिग्वेलिना गार्सिया हर्नादेज को 4-1 से हराया।
इंफाल की 38 वर्षीय मैरी ने आक्रामक शुरूआत की और पहले राउंड में दबदबा बनाकर 30-27 से जीत हासिल की। उनकी प्रतिद्वंद्वी ने दूसरे राउंड में वापसी की लड़ाई लड़ी और इसे 29-28 से जीत लिया।
उलटफेर से स्तब्ध, मैरी ने अपना बचाव मजबूत किया और मुकाबला जीतने के इरादे से हमला किया। अंतत: वह जीत हासिल करने में सफल रहीं।
मैरी ने यह मैच 30-27, 28-29, 29-28, 30-28 और 29-28 से जीता।
मैरी 2016 रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही थीं।
उनको पिछले साल नवंबर में डेंगू हो गया था और हालांकि बुखार एक हफ्ते में कम हो गया था, लेकिन उनको पूरी तरह से फिट होने में दो महीने लग गए थे।
वह पुणे में अपने निजी कोच छोटे लाल यादव के साथ प्रशिक्षण लेने की योजना बना रही थी, लेकिन शिविर के लिए इटली में बाकी बॉक्सिंग टीम में शामिल होने का फैसला उन्होंने किया।
मैरी कोम को मुक्केबाजी में भारत के लिए पदक का बड़ा दावेदार माना जा रहा है। मैरी ओलंपिक मुक्केबाजी में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला मुक्केबाज हैं।
आईएएनएस