कोलकाता : भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई झड़पे, पीसीआर वैन फूंकी गई
कोलकाता | भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आज भाजपा नेताओं ने कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पश्चिम बंगाल सचिवालय तक मार्च कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई. मंगलवार दोपहर को कोलकाता की सड़कें युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई.
इस दौरान, एक पुलिस वाहन में आग लगा दी गई, जबकि कोलकाता नगर निगम के एक भाजपा पार्षद और एक सहायक पुलिस आयुक्त घायल हो गए. घायल होने वालो में भाजपा समर्थक और कई पुलिस कर्मी भी शामिल है.
अपराह्न् लगभग 3 बजे, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पार्टी के राज्य महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय के नेतृत्व में भाजपा समर्थकों का एक समूह, मुरलीधर सेन लेन में भाजपा के राज्य मुख्यालय से राज्य सचिवालय, नबन्ना की ओर बढ़ने लगा.
जैसे ही वे मध्य कोलकाता पहुंचे, उन्हें पता चला कि विधानसभा में विपक्ष के नेता (भाजपा नेता) सुवेंदु अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया है. इस पर चट्टोपाध्याय के नेतृत्व में भाजपा समर्थकों का एक धड़ा पुलिस मुख्यालय की ओर मार्च करने लगा और बैरिकेड्स तोड़कर उसके (पुलिस मुख्यालय) गेट तक पहुंचने में सफल रहा.
पहले तो पुलिस दो कदम पीछे हटी, लेकिन जल्द ही कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षाकर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी भाजपा समर्थकों को रोकने में सफल रही. इसके बाद वहां झड़पें शुरू हो गई.
थोड़ी देर में हिंसा पास के महात्मा गांधी रोड तक भी फैल गई. यहां पर कथित तौर पर भाजपा समर्थकों द्वारा एक पुलिस पीसीआर वैन में आग लगा दी गई.
एक एसीपी रैंक के पुलिस अधिकारी और भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित सहित कई अन्य लोग इस दौरान घायल हो गए.
जलती हुई पीसीआर वैन ने इलाके में दहशत पैदा कर दी और इसके कारण व्यापारियों ने फौरन अपनी दुकानों के शटर गिरा दिए. हालांकि दमकल की गाड़ियां समय रहते पहुंच गई और आग बुझा दी.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया है कि पीसीआर वैन में आग पुलिस ने लगाई थी. उन्होंने यह भी कहा कि इसका दोष उनकी पार्टी के समर्थकों पर मढ़ा जा रहा है. शहर के वरिष्ठ अधिकारियों ने सुकांत के आरोपों को खारिज कर दिया.
आईएएनएस