केरल मानव बलि मामला: पुलिस ने मुख्य आरोपी को ‘मानसिक रोगी’ बताया
कोच्चि | केरल के पठानमथिट्टा जिले में मानव बलि के रूप में दो महिलाओं की हत्या करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी एक ‘मानसिक रोगी’ है.
इस जघन्य घटना को अंजाम देने वाले दंपति की पहचान भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला के रूप में हुई है, जो पठानमथिट्टा जिले के अरनमुला के पास अपने घर पर एक मसाज सेंटर चलाते थे. मोहम्मद शफी जून और सितंबर में दोनों महिलाओं को दंपति के घर लाया था. यही पर दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
इस मामले में भगवल सिंह और लैला के साथ शफी को मुख्य आरोपी बनाया गया है.
तीनों आरोपियों को शहर की अदालत में पेश किए जाने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कोच्चि के पुलिस आयुक्त सी.एच. नागराजू ने कहा कि शफी हिस्ट्रीशीटर है और पिछले 15 वर्षों में उसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हुए है.
नागराजू ने कहा, शफी ने केवल छठी कक्षा तक पढ़ाई की है. उसने ड्राइवर और मैकेनिक जैसे छोटे-मोटे काम किए हैं. उसके खिलाफ पूर्व में दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था. आरोप है कि उसने 75 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार किया और चाकू से उनके निजी अंगों को चोट पहुंचाई थी. हमें पता चला है कि जिन दो महिलाओं की हत्या हुई है उनके भी निजी अंगो पर चाकू से घाव किए गए. कथित तौर पर दोनों महिलाओं की मानव बलि दी गई है.”
कमिशनर ने कहा, “अब यह साबित हो गया है कि वह (शफी) एक मानसिक रोगी और यौन विकृत है और वह यौन सुख प्राप्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. उसका फेसबुक पर फेक अकाउंट है जिसमें कहा गया है कि अगर किसी को आर्थिक समस्या है तो उससे संपर्क करें. इस तरह उसने भगवल सिंह से दोस्ती की और उसका विश्वास जीता.
उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की गहराई से छानबीन करने के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)