कानपुर में तीन जून (शुक्रवार) को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी. इस मामले में अब पुलिस ने बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा को हिरासत में लिया है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्तार बाबा पर कानपुर हिंसा के कथित मास्टरमाइंड हयात जफर हाश्मी को फंडिंग करने का आरोप है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्तार पर पहले से ही कई मामले दर्ज है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि, “हमारी टीम ने मुख्तार बाबा को हिरासत में लिया है और विवेचना के संदर्भ में उसने जानकारी ली जाएगी. कानून के हिसाब से जो कार्यवाही है वो की जाएगी.”
इस प्रश्न के जवाब में की जानकारी में आया है कि इस मामले में (कानपुर हिंसा) मुख्तार बाबा का इन्वॉल्वमेंट है, आनंद प्रकाश ने कहा कि, “यह जांच का विषय है और इस पर अभी कुछ कह पाना मुश्किल है.”
क्या हुआ था तीन जून को?
तीन जून को जुमे की नमाज के बाद, कानपुर में हिंसा भड़क गई थी. दो समुदाय आमने-सामने आ गए थे. एक पक्ष निलंबित भाजपा नेत्री नूपुर शर्मा के पैगम्बर मोहम्मद पर दिए विवादित बयान पर नाराजगी जताते हुए दुकाने बंद करवाने लगा था, तो दूसरे समुदाय के लोगों ने इसका विरोध किया था. इसके बाद ही पथराव शुरू हो गया था. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पत्थर चलाए थे.
नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान विवादित बयान दिया था. इसके विरोध में ही मुस्लिम समुदाय ने कानपुर में बाजार बंद बुलाया था. भाजपा ने नूपुर को विवादित बयान देने पर पार्टी से निलंबित कर दिया था.
पुलिस अब तक कानपुर हिंसा मामले में 57 लोगों को जेल भेज चुकी है और मामले की जांच जारी है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क