कानपुर मेट्रो: आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो ट्रैक का आधार पूरी तरह तैयार, मोतीझील स्टेशन पर रखा गया आख़िरी U-गर्डर
कानपुर | कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के 9 किमी. लंबे प्राथमिक सेक्शन (आईआईटी से मोतीझील) के अंतर्गत कल रात मोतीझील स्टेशन के पास सेक्शन का आख़िरी U-गर्डर रखा गया और इसी के साथ आईआईटी से लेकर मोतीझील तक मेट्रो का वायडक्ट (मेट्रो ट्रैक का आधार) पूरी तरह तैयार हो गया है। प्राथमिक सेक्शन में कुल 624 U-गर्डर रखे गए हैं।
11 अगस्त, 2020 से U-गर्डर्स के परिनिर्माण (इरेक्शन) के काम की शुरुआत हुई थी और कल रात प्राथमिक सेक्शन का 624वाँ U-गर्डर रखा गया। इस अवसर पर, निदेशक (कार्य एवं अवसंरचना), उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी निर्माण स्थल पर उपस्थित रहे।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक, कुमार केशव ने इस अवसर पर पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा, “कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के 9 किमी. लंबे प्राथमिक कॉरीडोर के अंतर्गत कल रात मोतीझील स्टेशन के पास सेक्शन का आख़िरी U-गर्डर रखा गया और इसी के साथ, आईआईटी से लेकर मोतीझील तक मेट्रो का वायडक्ट पूरा हो गया है।”
कुमार केशव ने कहा कि टीम UPMRC के कुशल इंजीनियरों और कॉन्ट्रैक्टर टीम ने मिलकर उत्कृष्ट कार्य किया है। जब हम पीछे मुड़कर देखते हैं तो पता लगता है कि यह एक कठिन कार्य था जो आईआईटी कानपुर के पास मुख्यमंत्री द्वारा 15 नवंबर, 2019 को पहले पाइल के निर्माण के साथ शुरू हुआ था और केवल साढ़े 22 महीने में पूरा किया गया हैं। हमारी टीम ने उच्च पेशेवर कार्यप्रणाली और सतत निगरानी के साथ रिकॉर्ड समय में इस कार्य को अंजाम दिया। यह संभवत: किसी भी मेट्रो परियोजना का सबसे तेज निर्माण कार्य है।
ट्रैक बिछाने और सिग्नलिंग का काम आधी से अधिक दूरी तक पूरा
नवंबर, 2021 में 9 किमी. लंबे प्राथमिक सेक्शन पर ट्रायल रन शुरू करने के प्रस्तावित लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए यूपीएमआरसी की टीम दिन-रात कार्यरत है। ट्रैक बिछाने और सिग्नलिंग सिस्टम का काम आईआईटी मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर गीता नगर मेट्रो स्टेशन के आगे तक पहुँच चुका है।
स्टेशनों की फ़िनिशिंग का काम लगभग 70% तक पूरा
प्राथमिक सेक्शन के अंतर्गत 9 मेट्रो स्टेशन हैं और सभी पर फ़िनिशिंग का काम चल रहा है। कुल मिलाकर बात करें तो फ़िनिशिंग का काम लगभग 70% तक पूरा हो चुका है। शुरुआती 5 स्टेशनों- आईआईटी, कल्याणपुर, एसपीएम, विश्वविद्यालय और गुरुदेव पर फ़िनिशिंग के कार्य अपने अंतिम चरण में हैं, जबकि बचे हुए 4 स्टेशनों की फ़िनिशिंग तेज़ी के साथ पूरी की जा रही है।