कानपुर: गोद ली हुई बेटी ने प्रेमी के भाई के साथ मिलकर उतारा माँ-बाप को मौत के घाट, हत्या करने से पहले दोनों ने किया सेक्स

कानपुर के बर्रा इलाके में मंगलवार को एक बुजुर्ग दंपति की उनके घर के अंदर धारदार हथियार से गला रेतकर कर दी हत्या

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कानपुर | संपत्ति का लालच किसी को इस कदर हैवान बना सकता है यह किसी ने नहीं सोचा होगा। मकान जमीन का लालच इस कदर हो गया कि गोद ली गई बेटी ने रिश्तों का कत्ल कर डाला। इतने सालों तक पालने पोसने वाले माता और पिता की गला रेतने में बेटी के हाथ एक बार भी नही कांपे। बर्रा थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड को पुलिस ने कुछ ही घंटो में खोल दिया। पुलिस ने आरोपी बेटी और उसके प्रेमी के भाई को गिरफ्तार किया है।

सोमवार रात करीब तीन बजे 112 नंबर पर दोहरे हत्याकांड की सूचना पुलिस को मिली। सूचना पर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना स्थल पर मूलरूप से जनपद कानपुर आउटर के थाना महाराजपुर के प्रेमपुर निवासी फील्ड गन फैक्ट्री से रिटायर्ड 65 वर्षीय मुन्नालाल उत्तम जोकि करीब करीब 25 वर्षा से 55 वर्षीय पत्नी राजदेवी और बेटे विपिन के साथ बर्रा-दो के ईडब्लयूएस 985 स्थित मकान में रह रहे थे। यहां मुन्नालाल और राजदेवी की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।

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जिस वक्त यह वारदात हुई उस वक्त बेटी आकांक्षा और विपिन भी घर पर मौजूद थे। विपिन घर की तीसरी मंजिल पर और गोद ली हुई बेटी आकांक्षा नीचे मां-बाप के साथ सो रही थी। मौके पर पुलिस पहुंची और फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से भौतिक और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। मुन्नालाल के बेटे विपिन ने पुलिस को बताया कि सोमवार की रात को आकांक्षा ने अनार का जूस निकाल कर सबको पिलाया था। जूस को पीने के बाद चक्कर आने लगे। उसके बाद वह तीसरी मंजिल पर सोने चला गया। जबकि मम्मी, पापा और आकांक्षा नीचे सो गए थे। आकांक्षा ने पुलिस और अपने भाई को बताया कि रात दो बजे तीन लोग घर में दाखिल हुए जिसमें विपिन का साला मयंक, सुरेश वा एक अन्य व्यक्ति था, जिन्होंने माता पिता की हत्या कर दी। विपिन की तहरीर पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा लिख दिया।

इसके बाद जांच के लिए गठित पुलिस टीमें अलग-अलग दिशा में जांच के लिए रवाना हो गई। वही मयंक और सुरेश को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया।

घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज को जब देखा गया तो उसमें एक व्यक्ति रात करीब एक बजे दिखा जो की बेरोकटोक घर में दाखिल हुआ और वही व्यक्ति रात करीब तीन बजे एक बैग लेकर घर के गेट से पहले बाहर झांकता है और फिर जाता हुआ दिखाई देता है।

यह थी वजह 

इसके बाद कड़ाई से पूछताछ में आकांक्षा ने बताया कि मुन्नालाल और राजदेवी उसके असल माता पिता नहीं थे। उसे इस बात की जानकारी कुछ साल पहले हुई थी। आकांक्षा ने कहा कि दोनों का व्यवहार उसके साथ भेदभाव वाला था। उसने कहा कि जितने पैसे वो चाहती थी उतने पैसे उसे माता-पिता से नहीं मिलते थे। जबकि भाई की हर डिमांड पूरी होती थी। उसने कहा कि हर वक्त उससे डाट-डपटकर बात की जाती थी। इसलिए उसने उन्हें रास्ते से हटाकर पूरी संपत्ति पर कब्जा करने की सोची। यह बात उसने अपने प्रेमी राहुल और उसके भाई रोहित को बताई। इसके बाद ही हत्या की साजिश रच डाली गई। आकांक्षा भाई विपिन के ससुराल वालो से चल रहे विवाद का फायदा उठाकर हत्या का पूरा आरोप उनके सर मंढना चाहती थी।

ऐसे हुई वारदात 

पुलिस ने अनुसार, आकांक्षा के प्रेम संबंध फतेहपुर के रहने वाले राहुल उत्तम से थे। राहुल, आकांक्षा की मौसी का रिश्तेदार है और मुंबई में नौकरी कर रहा है। राहुल का भाई रोहित अपराधिक प्रवति का है और पहले भी चोरी के मुकदमे में 2019 में बकेवर थाने से जेल जा चुका है। राहुल और रोहित के साथ मिलकर आकांक्षा ने अपने मां और बाप की हत्या कर भाई विपिन को उनकी हत्या में फंसाने के लिए साजिश रची थी। इनकी साजिश के अनुसार मां और बाप को मारकर भाई को नींद की हालत में जहर देकर मार देंगे और उसे आत्महत्या का रूप दिखाएंगे। इस संबंध में राहुल के कहने पर रोहित ने लालचवश घटना को आकांक्षा के साथ मिलकर अंजाम दिया। साजिश को अंजाम देने के लिए, शाम को ही रोहित द्वारा दिया गया नशीला पदार्थ जूस में मिलाकर आकांक्षा ने मां बाप और भाई को दे दिया था जिसको पीकर सबको चक्कर आ रहा था। सभी बेहोश होकर सो गए थे।

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इनके बेहोश होने पाए रात करीब पौने एक बजे व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से आकांक्षा ने रोहित को बुला लिया और दरवाजा खोल दिया। अंदर घुसने पर रोहित के कहने पर आकांक्षा ने उसके (रोहित) के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। इसके बाद दोनों ने मिलकर पहले मुन्नलाल और फिर उनकी पत्नी राजदेवीं की गला रेतकर हत्या कर दी और छत पर सोए विपिन को जहर पिलाने का प्रयास किया लेकिन विपिन के हिलने डुलने और आवाज करने से डर गए क्योंकि पास की छत पर ही लोग सोए हुए थे। इसके बाद रोहित कत्ल करने के लिए इस्तेमाल किया गया तेज धार हथियार और खून से सने कपड़े बैग में रखकर चला गया। इसके बाद आकांक्षा ने सभी को जगाया और तीन लोगों की घर में घुस आने की कहानी सुनाई।

पुलिस ने बताया कि आकांक्षा से मिली जानकारी पर अलग अलग टीमें बनाई गई और जांच के लिए रवाना की गई। इसके बाद मंगलवार को आकांक्षा को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब भोगनीपुर से रोहित को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि रोहित ने इस वारदात में अपने और अपने भाई राहुल के शामिल होने की बात स्वीकर कर ली।

पुलिस ने दोहरे हत्याकांड की जांच करते हुए जब साक्ष्य जुटाए और फोरेंसिक टीम ने बेंजा डीन टेस्ट कराया। टेस्ट में आकांक्षा के कपड़ो और शरीर पर मानव रक्त और इसके साथ ही उसकी पैंटी पर सीमेन मौजूद होने की पुष्टि हुई।

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क


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