इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज की टिप्पणी – “बहुमत से चलेगा देश” का सुप्रीम कोर्ट ने ….
विश्व हिंदू परिषद (VHP) के समान नागरिक संहिता यानि UCC पर आयोजित एक प्रोग्राम में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव के द्वारा दिए गए विवादित बयान पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है. कोर्ट ने कहा, “मामला विचाराधीन है. हाईकोर्ट से विस्तृत जानकारी मांगी गई है.”
बता दें कि इससे पहले कैंपेन फॉर ज्यूडीशियल अकाउंटैबिलिटी एंड रिफॉर्म्स (CJAR) ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखकर इसकी शिकायत की. इस चिट्ठी में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव के बयान की इन-हाउस जांच की मांग की गई है. चिट्ठी में मांग की गई है कि जांच होने तक जस्टिस को सभी न्यायिक कार्यों से दूर रखा जाए.
अब इस पर सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस शेखर कुमार यादव की ओर से दी गई स्पीच की न्यूज पेपर्स में छपी रिपोर्ट पर ध्यान देकर हाईकोर्ट से डिटेल में इसका ब्योरा मांगा है.
Our (Hindus) kids are tolerant & kind because they chant mantras, read Vedas, but their (Muslims) children can’t be kind as they witness animals being slaughtered
~ Justice Shekhar Yadav, Allahabad High Court Judge
RIP Indian Judiciary 💀
CJI 🤡
pic.twitter.com/wLEwlYQ6Nd— Veena Jain (@DrJain21) December 9, 2024
जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कहा था, “मुझे ये कहने में कोई झिझक नहीं है कि यह देश हिंदुस्तान में रहने वाले बहुसंख्यक लोगों की इच्छा के मुताबिक चलेगा. यह कानून है, कानून, यकीनन बहुसंख्यकों के मुताबिक काम करता है. इसे परिवार या समाज के संदर्भ में देखें, केवल वही स्वीकार किया जाएगा, जो बहुसंख्यकों के कल्याण और खुशी के लिए फायदेमंद हो.”
जस्टिस यादव ने कथित तौर पर कहा था, “लेकिन ये जो कठमुल्लाह है जो… ये सही शब्द नहीं है… लेकिन कहने में परहेज नहीं है क्योंकि वो देश के लिए बुरा है… देश के लिए घातक है, खिलाफ़ है, जनता को भड़काने वाले लोग हैं. ..देश आगे ना बढ़े इस प्रकार के लोग हैं… उन्हें सावधान रहने की जरूरत है.”
जस्टिस शेखर यादव– मुझे ये कहने में गुरेज़ नहीं है, कि ये जो कठमुल्ला है, ये देश के लिए घातक है🔥🔥
इसे कहते हैं ” शुद्ध देसी असली यदुवंशी, जो देश के विकास और सौहार्द में बाधक लोगों पर सीधे हमला बोलें। 💥💥#JusticeShekharYadav pic.twitter.com/9LpIvxOhX0
— मैं भारतवासी (@SachienTayal) December 9, 2024