H3N2 फ्लू वायरस बढ़ रहा है, IMA की सलाह : एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल न करें

0
408
सांकेतिक तस्वीर (Pixabay)
The Hindi Post

नई दिल्ली | इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने शनिवार को कहा कि कई मरीजों में तेज बुखार और खांसी सहित अन्य लक्षणों के साथ फ्लू के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. साथ ही IMA ने एंटीबायोटिक दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी भी जारी की है.

बढ़ता संक्रमण H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण हैं. यह संक्रमण एक व्यक्ति को पांच से सात दिनों तक प्रभावित कर रहा है. या यूं कहे कि संक्रमण पांच से सात दिनों तक बना रहता है. IMA ने यह भी कहा कि यह सीजनल फ्लू है या सीजनल बीमारी है.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के हालिया डेटा से भी पता चला है कि H3N2 – इन्फ्लूएंजा वायरस का एक उप-प्रकार है. यह वायरस पिछले दो-तीन महीनों से फैला हुआ है.

IMA ने ट्विटर पर लिखा, “खांसी, मतली, उल्टी, गले में खराश, बुखार, शरीर में दर्द और दस्त के लक्षण वाले रोगियों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है.”

IMA के मुताबिक, “बुखार तो तीन दिनों में ठीक हो जाता है, जबकि खांसी तीन सप्ताह तक बनी रह सकती है. डॉक्टरों को ऐसे रोगियों को एंटीबायोटिक्स देने से बचने की सलाह दी गई है.”

IMA ने कहा कि 50 वर्ष से अधिक और 15 वर्ष से कम उम्र के लोगों में H3N2 का संक्रमण देखने को मिल रहा है. कुछ लोग बुखार के साथ ऊपरी श्वसन तंत्र में संक्रमण की भी जानकारी दे रहे हैं. IMA ने कहा कि ‘वायु प्रदूषण’ भी इसका एक कारण हो सकता है.

IMA ने चिकित्सकों को केवल रोगसूचक उपचार (symptomatic treatment) देने की सलाह दी है. IMA ने डॉक्टरों को मरीजों को एंटीबायोटिक दवाएं न देने की भी सलाह दी है.

IMA ने कहा कि लोगों ने एथ्रिसिन (Athreycin) और एमोक्सिक्लेव (Amoxiclav) जैसे एंटीबायोटिक्स खुद से ही लेना शुरू कर दिया है और जैसे ही वो (लोग) बेहतर महसूस करने लगते है वो इसका इस्तेमाल बंद कर देते है. उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करना चाहिए. “इस आदत को बंद करने की जरूरत है क्योंकि बाद में कभी एंटीबायोटिक लेने पर यह शरीर पर असर नहीं करती.” इसलिए IMA ने चिकित्सकों को केवल रोगसूचक उपचार (symptomatic treatment) देने की सलाह दी है.

चिकित्सा संघ ने लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने, अच्छी तरह हाथ धोने और फ्लू के विरुद्ध टीकाकरण की सलाह दी है.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)


The Hindi Post