बीते 2 महीने में 15 फीसदी सस्ता हुआ सोना, डॉलर में मजबूती से फीकी पड़ी पीली धातु की चमक
मुंबई | दुनियाभर में कोरोना का कहर जैसे-जैसे कम हो रहा है सोने की चमक फीकी पड़ती जा रही है। बीते दो महीने में सोने के दाम में करीब 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। अमेरिकी मुद्रा डॉलर में आई मजबूती से सोने के साथ-साथ चांदी के दाम पर और दबाव बढ़ गया है। हालांकि सोने के मुकाबले चांदी में गिरावट कम है।
अंतराष्ट्रीय बाजार में बीते दो महीने के दौरान सोना 278 डॉलर प्रति औंस यानी 14.18 फीसदी टूटा है, जबकि भारत में सोने के भाव में 7,600 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। चांदी भी घरेलू वायदा बाजार में 6,000 रुपये प्रति किलो फिसली है।
कमोडिटी बाजार के जानकार केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने आईएएनएस को बताय कि डॉलर में मजबूती और बांड यील्ड में इजाफा होने के साथ-साथ बीते कुछ महीनों के दौरान शेयर बाजार में आई जोरदार तेजी के बाद बुलियन में निवेश के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी में कमी आई है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन आने के बाद से ही सोने और चांदी पर दबाव बढ़ने लगा था।
कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर शुरुआत में चिंता बनी हुई थी। मगर, टीकाकरण कार्यक्रम जोर पकड़ने के बाद अब वह चिंता भी दूर हो गई है और दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौटने से अर्थव्यवस्था में रिकवरी के अच्छे संकेत आने लगे हैं। इन सभी कारकों से सोने और चांदी की चाल मंद पड़ गई।
देश के सबसे बड़े वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को सोने का भाव 44217 रुपये प्रति 10 ग्राम तक टूटा जोकि इस साल की ऊंचाई 51,875 रुपये प्रति 10 ग्राम से 7,658 रुपये यानी 14.76 फीसदी कम है।
वहीं, चांदी का भाव एमसीएक्स पर 64,790 रुपये प्रति किलो तक टूटा जबकि इस साल जनवरी में चांदी का सबसे ऊंचा स्तर 70,864 रुपये प्रति किलो रहा है।
वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स पर सोने का भाव शुक्रवार को 1,684.05 डॉलर प्रति औंस तक टूटा जबकि इस साल छह जनवरी को सोने का भाव कॉमेक्स पर 1,962.50 डॉलर प्रति औंस था। वैश्विक बाजार में सोने का भाव बीते दो महीने में 278.45 डॉलर यानी 14.18 फीसदी टूटा है।
-आईएएनएस