नकली दवाओं के बड़े रैकेट का भंडाफोड़, सात गिरफ्तार, बनाते थे नकली कैंसर की दवा
दिल्ली पुलिस ने सात लोगों को कैंसर की नकली दवाएं बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच ने दरअसल, एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है जो नकली दवाएं बनाता था.
गिरफ्तार लोगों में दिल्ली के बड़े कैंसर अस्पताल के दो कर्मचारी भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों के पास से कैंसर की कुल नौ ब्रांड्स की नकली दवाइयां बरामद की हैं. इनमें से सात दवाइयां विदेशी ब्रांड्स की जबकि दो भारत में बनाई जाने वाली नकली दवाइयां हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मोती नगर और अन्य तीन अन्य स्थानों से 4 करोड़ रुपये मूल्य की सात अंतरराष्ट्रीय और दो भारतीय ब्रांडों की नकली कैंसर दवाएं बरामद की हैं.
आरोपियों की पहचान विफल जैन, सूरज शत, नीरज चौहान, परवेज, कोमल तिवारी, अभिनय कोहली और तुषार चौहान के रूप में हुई है.
अपराध शाखा की विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने बताया कि दिल्ली और गुरुग्राम में चार अलग-अलग स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी.
♦दिल्ली पुलिस @CrimeBranchDP ने कैंसर की नकली दवाइयां बनाने व बेचने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश
♦पुलिस टीम ने गिरोह के 7 सदस्यों को किया गिरफ्तार
♦बरामदगी: तकरीबन 4 करोड़ की नकली दवाइयां व इंजेक्शन, नकली दवा बनाने की मशीनें, भारी मात्रा में भारतीय व विदेशी मुद्रा#DPUpdates pic.twitter.com/KGvoxrbamX— Delhi Police (@DelhiPolice) March 12, 2024
उन्होंने कहा, “नकली कैंसर दवाओं के निर्माण का मुख्य स्थान डीएलएफ कैपिटल ग्रीन्स (मोती नगर) था. इस गैरकानूनी काम का मास्टरमाइंड विफल जैन है.”
पुलिस ने छापेमारी के दौरान कैंसर की नकली दवा के 137 इंजेक्शन बरामद किए, जो कई नामी-गिरामी ब्रांड्स Keytruda, Infinzi, Tecentriq, Perjeta, Opdyta, Darzalex & Erbitux की शीशियों में भरी थी. इसके अलावा पुलिस ने Keytruda, Infinzi, Tecentriq, Perjeta, Opdyta, Darzalex & Phesgo ब्रांड्स की 519 खाली शीशी बरामद की है. पुलिस ने 864 खाली पैकेजिंग बॉक्स भी बरामद किए हैं.
इसके अलावा, 50,000 रूपए और 1,000 अमेरिकी डॉलर नकद, तीन कैप सीलिंग मशीनें, एक हीट गन मशीन और 197 खाली शीशियों के साथ-साथ अन्य आवश्यक पैकेजिंग सामग्री भी बरामद हुई है.
स्पेशल सीपी ने कहा, “साउथ सिटी (गुरुग्राम) में, नीरज चौहान ने नकली कैंसर इंजेक्शन/शीशियों का बड़ा जखीरा जमा किया हुआ था.”
कुल 89 लाख रुपये और 18,000 अमेरिकी डॉलर नकद बरामद हुए है.
स्पेशल सीपी ने कहा, “नीरज का चचेरा भाई तुषार चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वो भी इस नेटवर्क का हिस्सा है.”
उन्होंने आगे बताया, “यमुना विहार में छापेमारी का उद्देश्य परवेज को पकड़ना था जो विफल जैन के लिए खाली शीशियों की व्यवस्था करता था और दोबारा भरी हुई शीशियों की आपूर्ति भी करता था. उसके कब्जे से 20 खाली शीशियां बरामद हुई है.”
उन्होंने कहा, “दिल्ली के एक दूसरे प्रतिष्ठित कैंसर अस्पताल में रेड करके कोमल तिवारी और अभिनय कोहली को पकड़ा गया. वे 5,000 रुपये में खाली शीशियों की आपूर्ति कर रहे थे.”
विफल जैन मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है. उसने सीलमपुर के एक मेडिकल स्टोर से अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद वह होलसेल मार्किट से मेडिकल स्टोर्स पर दवाओं की सप्लाई करने लगा.
लगभग तीन साल पहले जैन ने इस काम को शुरू किया. इसमें परवेज और नीरज चौहान ने उसका साथ दिया.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)