पूर्व राष्ट्रीय पहलवान करने लगा था ऑनलाइन ठगी, ऐसे आया पुलिस की पकड़ में

सांकेतिक तस्वीर (आईएएनएस)

The Hindi Post

दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर से ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले लोगों के एक संगठित गिरोह के प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किया गया शख्स सेना का अधिकारी बनकर ठगी करता था.

पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति OLX, फेसबुक मार्केटप्‍लेस आदि पर खरीद-बिक्री के बहाने भी लोगों से ऑनलाइन ठगी करता था.

आरोपी की पहचान हरियाणा के नूंह जिले के रहने वाले अजरुद्दीन के रूप में हुई है. अजरुद्दीन राष्ट्रीय स्तर का पहलवान रह चुका है.

पुलिस के मुताबिक, दिल्ली के पश्चिम विहार की रहने वाली पूजा ठक्कर की शिकायत पर अजरुद्दीन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. दर्ज FIR में कहा गया है कि पूजा ने अपना पुराना डाइनिंग टेबल बेचने के लिए ओएलएक्स पर एक विज्ञापन पोस्ट किया था.

FIR के अनुसार, “ओएलएक्स पर रागिनी मिश्रा नाम के किसी व्यक्ति ने मेरा प्रस्ताव स्वीकार लिया और टेबल के लिए 10,000 रुपये देने पर अपनी सहमति व्यक्त की. खरीददार (धोखेबाज) व्हाट्सएप के जरिए उससे जुड़ा था. इसके बाद उसने मुझे एक स्क्रीनशॉट भेजा और कहा कि 10,000 रुपये का भुगतान किया गया है.”

पुलिस उपायुक्त (बाहरी) हरेंद्र सिंह ने कहा, “जब शिकायतकर्ता (पूजा) ने बताया कि उन्हें पैसे नहीं मिले तो जालसाज ने एक पेटीएम लिंक भेजा और पेमेंट लेने के लिए उस पर क्लिक करने के लिए कहा. जब पूजा ने उक्त लिंक पर क्लिक किया, तो उनके खाते से 10,000 रुपये डेबिट हो गए.”

जब पूजा ने जालसाज से अकाउंट से पैसे कटने के बारे में पूछा, तो उसने जवाब दिया कि ऐसा गलती से हो गया था. इसके बाद उसने एक और (पेटीएम) लिंक भेजा और पैसे वापस पाने के लिए पूजा को उस पर क्लिक करने के लिए कहा.

डीसीपी ने कहा, “जैसे ही उसने लिंक पर क्लिक किया, उसके खाते से फिर से 10,000 रुपये डेबिट हो गए. बार-बार ऐसा करने से उसके खाते से कुल मिला के 1,38,894 रुपये डेबिट हो गए.”

जांच करने के दौरान, कथित नंबरों से जुड़े सभी कॉल डिटेल रिकॉर्ड, बैंक खातों से जुड़े मोबाइल नंबर और इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (आईपीडीआर) की तकनीकी निगरानी की गई, और धोखाधड़ी के पैसे प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किए गए बैंक खातों का संचालन करने वाले आरोपी का पता लगाया गया. आरोपी का ठिकाना गुरुग्राम के सेक्टर 48 का एक होटल था.

डीसीपी ने कहा, ”पूछताछ में पता चला कि करीब एक साल पहले अजरुद्दीन की मुलाकात ऐसे लोगों से हुई जो दूसरों से ऑनलाइन ठगी करते थे. अजरुद्दीन ने उनके साथ काम करना शुरू कर दिया. चीटिंग करके हासिल किए गए पैसों का 10 प्रतिशत कमीशन अजरुद्दीन को मिलता था.

हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)


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